कुल्लू: सैलानियों की पहली पसंद रहने वाले रोहतांग दर्रे में अब तक ढाई फीट बर्फबारी हो चुकी है, वहीं बर्फबारी का दौर अभी भी लगातार जारी है. ऐसे में जिला के कई क्षेत्रों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है.
जिला मुख्यालय केलांग में ही अब तक 4 इंच बर्फ पड़ चुकी है, जबकि कोकसर, नेनगर, दारचा, छिका, रारिक, योचे में एक फीट, सिस्सू व गोंदला सहित मुलिंग में आधा फीट से 4 इंच तक बर्फबारी हुई है. लाहौल घाटी में बर्फबारी की वजह से छोटे वाहनों सहित बस सेवा भी प्रभावित हो रही है. साथ ही बागवानों को सेब की फसल में नुकसान हुआ है.
आलम ये है कि सेब को बर्फ से बचाने के लिए बागवानों ने सेब को डिब्बों में बंद कर दिया है, लेकिन रोहतांग बंद हो जाने से सेब मंडियों तक नहीं पहुंच रहा. ऐसे में बागवानों की नजर अब बीआरओ पर ही टिकी हुई है. जैसे ही बीआरओ रोहतांग टनल से आवाजाही शुरू करवाता है, वैसे ही बागवान अपना माल मंडियों तक पहुंचाएंगे.
रोहतांग दर्रे में ढाई फीट, राहनीनाला में दो फीट, मढी में डेढ़ फीट, राहलफाल में एक फीट, गुलाबा सहित फातरु में आधा फीट, कोठी में तीन इंच बर्फबारी दर्ज की गई है. वहीं, सोलांग, पलचान, कुलंग व मझाच गांव ने भी बर्फ की चादर ओढ़ ली है.