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2 फीट बर्फ में 12 किलोमीटर पैदल चलकर मरीज को पहुंचाया अस्पताल

प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार भले ही सभी क्षेत्रों में सड़क सुविधा की बात करती हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है. कुल्लू के उपमंडल बंजार के गाड़ापारली पंचायत के मझान गांव में सड़क सुविधा न होने से स्थानीय लोगों ने दो डंडों के सहारे कुर्सी को बांधकर पालकी बनाई और 2 फीट बर्फ में 12 किलोमीटर पैदल चलकर मरीज को मुख्य मार्ग तक पहुंचाया.

road problem in kullu
2 फीट बर्फ में 12 किलोमीटर पैदल चलकर मरीज को मुख्य मार्ग तक पहुंचाते ग्रामीण
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Published : Jan 31, 2020, 12:49 PM IST

कुल्लू: जिला के उपमंडल बंजार के गाड़ापारली पंचायत के मझान गांव निवासी दुर्गा देवी की अचानक तबीयत खराब हो गई, लेकिन गांव में सड़क सुविधा न होने से ग्रामीणों ने दो डंडों के सहारे कुर्सी को बांधकर पालकी बनाई और 2 फीट बर्फ में 12 किलोमीटर पैदल चलकर मरीज को मुख्य मार्ग तक पहुंचाया.

गाड़ापारली पंचायत, बागीक्षाड़ी, बनाउगी, बड़ेहठा, मैल, मझाण, शुगाड़, शाकटी व मरौड़ गांवों के लोग आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं. यहां पर जाने के लिए पैदल रास्ता भी इतना खतरनाक है कि कभी भी कोई हादसा हो सकता है. ऐसे में लोगों ने सरकार से जल्द ही इस क्षेत्र में सड़क निर्माण करने की मांग की है.

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सहायक अभियंताडीसी चंदेल ने गाड़ापारली पंचायत के गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए सर्वेक्षण किया है. साथ ही लोगों से सड़क के लिए भूमि मुहैया करवाने का भी आग्रह किया है.

कुल्लू: जिला के उपमंडल बंजार के गाड़ापारली पंचायत के मझान गांव निवासी दुर्गा देवी की अचानक तबीयत खराब हो गई, लेकिन गांव में सड़क सुविधा न होने से ग्रामीणों ने दो डंडों के सहारे कुर्सी को बांधकर पालकी बनाई और 2 फीट बर्फ में 12 किलोमीटर पैदल चलकर मरीज को मुख्य मार्ग तक पहुंचाया.

गाड़ापारली पंचायत, बागीक्षाड़ी, बनाउगी, बड़ेहठा, मैल, मझाण, शुगाड़, शाकटी व मरौड़ गांवों के लोग आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं. यहां पर जाने के लिए पैदल रास्ता भी इतना खतरनाक है कि कभी भी कोई हादसा हो सकता है. ऐसे में लोगों ने सरकार से जल्द ही इस क्षेत्र में सड़क निर्माण करने की मांग की है.

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सहायक अभियंताडीसी चंदेल ने गाड़ापारली पंचायत के गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए सर्वेक्षण किया है. साथ ही लोगों से सड़क के लिए भूमि मुहैया करवाने का भी आग्रह किया है.

Intro:2 फुट बर्फ में 12 किलोमीटर पैदल चल पहुंचाई मरीज
सैंज घाटी के दुर्गम गांवो तक नही पहुंची सड़कBody:




सरकार बेशक हर तक सड़क पहुंचाने की बात करती हो, लेकिन आज भी प्रदेश के कई गांव इस सुविधा से वंचित हैं। कोई बीमार हो जाए तो पालकी के सहारे सड़क तक पहुंचाना पड़ता है। उपमंडल बंजार के गाड़ापारली पंचायत के मझान गांव की दुर्गा देवी की अचानक तबीयत बिगड़ गई। पेट दर्द के कारण गंभीर स्थिति को देखते हुए स्वजनों व स्थानीय लोगों ने दुर्गा देवी को अस्पताल ले जाने की योजना बनाई। ग्रामीणों ने दो डंडों से कुर्सी को बांधकर पालकी बनाई। इस पर मरीज को 2 फीट बर्फ में 12 किलोमीटर पैदल चलकर सड़क तक पहुंचाया। इसके बाद 12 किलोमीटर सैंज अस्पताल तक उसे गाड़ी में ले जाया गया। दुर्गा देवी की हालत में अब सुधार बताया जा रहा है।

कुल्लू जिले के बंजार उपमंडल के तहत गाड़ापारली पंचायत सबसे दुर्गम है। इसके बागीक्षाड़ी, बनाउगी, बड़ेहठा, मैल, मझाण, शुगाड़, शाकटी व मरौड़ गांवों के लोग आज भी सड़क सुविधा से वंचित हैं। यहां पर जाने के लिए पैदल रास्ता भी इतना खतरनाक है कि कभी भी कोई हादसा हो सकता है। पंचायत प्रधान भाग सिंह, उपप्रधान गोपाल, ग्रामीण कुंज लाल, जोग राज, मेहरू, सुभाष, धूप सिंह इत्यादि ने सरकार से मांग की कि गाड़ापारली पंचायत को सड़क सुविधा से जोड़ा जाए।

Conclusion:

बॉक्स

विभाग ने गाड़ापारली पंचायत के गांवों को सड़क से जोड़ने के लिए सर्वेक्षण किया है। लोगों से सड़क के लिए भूमि मुहैया करवाने का आग्रह किया गया है। सड़क में आने वाली निजी भूमि की ग्रामीणों ने अभी तक गिफ्ट डीड नहीं की है। गिफ्ट डीड के बाद ही विभाग अगली प्रक्रिया शुरू कर पाएगा।

-डीसी चंदेल, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग लारजी।


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