कुल्लूः जिला कुल्लू में लगवैली को पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए बेशक दावे हो रहे हैं, लेकिन घाटी के लिए मंजूर रेस्ट हाउस को मनाली विस को शिफ्ट करके नए साल पर सरकार ने झटका दे दिया है. वन विभाग के इस रेस्ट हाउस का निर्माण एक करोड़ 30 लाख से होना था और निर्माण के लिए 80 लाख रुपये आ भी चुके थे.
बाकायदा पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने इसका शिलान्यास किया था, लेकिन काम आगे बढ़ाने के बजाय प्रदेश सरकार ने इसे मनाली विधानसभा क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया है. हालांकि एक अन्य सड़क निर्माण के बजट को भी मनाली विधानसभा में शिफ्ट करने की बात उठी है.
बीतें दिन हुई समीक्षा बैठक में इस बात का खुलासा कुल्लू ब्लॉक से संबंधित विकास कार्यो की समीक्षा बैठक में हुआ है. इस बारे विधायक सुंदर ठाकुर ने कहा कि जो रेस्ट हाऊस बनाने का कार्य करना था उसे शिफ्ट कर लगघाटी में पर्यटक को बढ़ावा देने की मुहिम को सरकार ने नववर्ष में ही झटका दे दिया है.
यह पहला मौका नहीं है जब कुल्लू विस के साथ अनदेखी कर मनाली को तरजीह दी गई है, लेकिन विकास की उम्मीद लगाए बैठे लगघाटी के लोगों के साथ यह बड़ा अन्याय है. विधायक ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने इसका शिलान्यास किया था, लेकिन रेस्ट हाउस को शिफ्ट करके सरकार ने बता दिया कि बदले की भावना से काम हो रहा है.
इसी तरह एक अन्य सड़क खराहल क्षेत्र की सड़क का बजट भी मनाली विस को डायवर्ट कर दिया है. उन्होंने कहा कि अब इस मामले को वह शिमला में उठाएंगे. विधायक प्राथमिकताओं में भी इस रेस्ट हाउस और सड़क के बजट को फिर कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में ही रखने के लिए कहा जाएगा.
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