किन्नौर: जिला किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने रिकांगपिओ में प्रेसवार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार ने जनजातीय क्षेत्र किन्नौर के साथ पिछले चार वर्षों से भेदभाव करना नहीं छोड़ा है. उन्होंने कहा कि जिले के शिक्षण संस्थानों में (Educational Institutions in Kinnaur) आज साइस व आर्ट्स के अध्यापकों के नहीं होने से छात्रों को पढ़ाई में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
नेगी ने कहा कि जिले के शिक्षण संस्थानों में आज छात्रों को अपने विषय (MLA Jagat Singh Negi in Kinnaur) के अध्यापकों के नहीं होने से जिले से बाहर के स्कूलों में पढ़ाई के लिए जाना पड़ रहा है. जिसमें गरीब बच्चों को तो परेशानियां भी आ रही हैं, क्योंकि गरीब बच्चों के पास जिले से बाहर जाकर पढ़ाई के लिए खर्चे पूरे नहीं हैं. ऐसे में उन्हें अपने विषय अनुसार पढ़ाई में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि जिले के शिक्षण संस्थानों में अब तक कुल 16 प्रिसिंपल के पद खाली हैं. जिसके चलते कई शिक्षण संस्थानों में तो व्यवस्थाएं बिगड़ चुकी हैं.
नेगी ने कहा कि इस बारे में उन्होंने विधानसभा (MLA Jagat Singh Negi PC in kinnaur) में भी सरकार से प्रशन किया था, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार व जिले के भाजपा नेताओं द्वारा जिले के शिक्षण संस्थानों से अध्यापकों व प्रिंसिपलों के ट्रांसफर किए जाने के बाद अब जिले के कई स्कूलों में तो बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है. ऐसे में उन्होंने सरकार से जिले के शिक्षण संस्थानों में अध्यापकों के साथ प्रिंसिपल के खाली पदों को भरने की मांग की है.
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