कुल्लू: तीन पीढ़ियों से लगातार भाजपा के कट्टर समर्थक रहे भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व मंत्री खीमी राम शर्मा का अचानक से कांग्रेस का हाथ थामना (khimi ram sharma joins congress) भाजपा को बड़ा झटका दे गया है. करीब एक दशक तक राजनीतिक गलियारों से गुमसुम बैठे खीमी राम ने अब जब कांग्रेस का हाथ थाम लिया, तो जाहिर है कि बंजार विधानसभा क्षेत्र के मतदाता इसका आकलन अपने-अपने तौर पर करने में जुट गए हैं.
बेशक राज्य में भाजपा की सरकार है, लेकिन भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व मे मंत्री रहे खीमी राम बंजार में बीते सालों से गुमसुम दिखे. हालांकि अब कुछ समय से उन्हें अपनी गतिविधियां तेज कर दी थीं, लेकिन पार्टी की अनदेखी कहीं न कहीं उनको खल रही थी. भाजपा ने उन्हें अनदेखा जरूर किया, लेकिन खीमी राम और उनके परिवार ने पार्टी के खिलाफ (Khimi ram sharma on bjp) आज तक एक भी शब्द गलत नहीं कहा.
वहीं, कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने पर खीमी राम शर्मा ने कहा कि मैं किसी के दबाव में कांग्रेस में नहीं आया हूं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का हिंदुस्तान को आजाद करने में बड़ा रोल रहा है. कांग्रेस का दामन थामने पर अब यह भी देखा जा रहा है कि खीमी राम की कांग्रेस के अंदर क्या बात हुई है. खीमी राम को टिकट मिलेगा या कांग्रेस का कोई बड़ा ओहदा इस पर भी चर्चा का माहौल गरम है. वहीं, राजनितिक दृष्टि से देखा जा रहा है कि इसी साल राज्य में विधानसभा चुनाव ( Himachal Assembly Elections 2022) होने हैं. ऐसे में कांग्रेस के अंदर पंडित खीमी राम अपनी कितनी अहमियत पैदा करने में सफल होते हैं.
वहीं, चर्चा तो यह भी चल रही है कि बंजार से कांग्रेस का टिकट (Congress ticket from Banjar assembly constituency) पंडित खीमी राम को मिला तो बंजार के अंदर उन नेताओं का क्या होगा, जो सालों से कांग्रेस के अंदर कांग्रेस का झंडा उठाए हुए हैं. बहरहाल यह तो केवल चर्चा है जो जनता के बीच चलती रहती है. वहीं, खीमी राम का कांग्रेस के अंदर क्या रोल रहता है, इस पर बंजार कांग्रेस के अंदर सुगबुगाहट तेज हो गई है.
बंजार की राजनीति में अब नया सवाल है कि खीमी राम शर्मा बिना शर्त तो पार्टी में नहीं आए होंगे, लेकिन अगर बंजार विधानसभा चुनाव में खीमीराम को कांग्रेस का टिकट दिया गया तो पिछले बार चुनाव लड़े आदित्य विक्रम कहां से चुनाव लड़ेंगे. जो लगातार बंजार विधानसभा क्षेत्र के अंदर लोगों के संपर्क में रहते हैं. इसके अलावा अन्य कई नेता भी बंजार विधानसभा क्षेत्र के अंदर टिकट की दौड़ में रह चुके हैं या टिकट की चाहत में हैं.
चुनाव साल में खीमी राम के कांग्रेस में शामलि होने पर एस कई सवाल बंजार विधानसभा क्षेत्र (Banjar Assembly Constituency) के अंदर नेताओं और जनता के अंदर दौड़ रहे हैं. दूसरी ओर बंजार विधानसभा क्षेत्र के अंदर पहली और दूसरी पंक्ति के नेता भी अपना नफा नुकसान का आकलन कर रहे हैं. अब यह देखना है कि आने वाले समय में बंजार विधानसभा क्षेत्र के अंदर राजनीतिक ऊंट किस करवट बैठता है.
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