कुल्लू: जिला लाहौल स्पीति के लिए कुल्लू से किसानों को भेजने का क्रम लगातार जारी है. कृषि कार्यों के लिए लाहौल में मजदूरों को भेजे जाने की मांग सरकार से लोग कर रहे हैं. ऐसे में अब कृषि मंत्री भी जल्द सरकार से इस बारे में चर्चा करने जा रहे हैं.
लाहौल स्पीति में इन दिनों कृषि कार्यों ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है. किसानों के लगातार घाटी जाने का सिलसिला भी जारी है. किसानों को प्रशासन द्वारा गाड़ियों के माध्यम से लाहौल घाटी पहुंचाया जा रहा है. वहीं, अब कृषि कार्यों के लिए घाटी में मजदूरों की जरूरत भी पड़नी शुरू हो गई है. ऐसे में मंगलवार को लाहौल घाटी के ग्रामीणों ने कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा से चर्चा की.
ग्रामीणों का कहना है कि कृषि कार्य सीमित होने के चलते घाटी में मजदूरों की आवश्यकता भी पड़ रही है. ऐसे में सरकार कुछ मजदूरों का भी प्रावधान लाहौल घाटी के लिए करें ताकि जल्द से जल्द कृषि कार्यों को समय पर पूरा किया जा सके. डॉ. रामलाल मारकंडा का कहना है कि मजदूरों को लाहौल घाटी भेजने की मांग को लेकर लोगों उनसे मुलाकात की है. इस बारे में प्रदेश सरकार से चर्चा की जाएगी और लाहौल घाटी के पंचायती राज संस्थाएं भी इस बारे में प्रस्ताव पारित करें.
कृषि मंत्री का कहना है कि इस बारे में लोगों की मांग को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा. लंबे समय से जिला कुल्लू में रह रहे लोगों को पूरी जांच के बाद ही जाने की अनुमति दी जानी चाहिए. इस बारे में लोगों की मांग को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा. गौर रहे कि लाहौल घाटी में कृषि सीजन सितंबर महीने तक चलता है. ऐसे में ग्रामीणों ने कृषि कार्य को सुगमता से करने के लिए मजदूर भेजने की मांग प्रदेश सरकार से उठाई है.
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