लाहौल स्पीति: जिले के विभिन्न इलाकों में बुधवार की रात हुई बर्फबारी ने एक बार फिर लोगों की परेशानियों को बढ़ा (water problem in lahaul valley) दिया है. बर्फबारी के कारण जिले के अधिकतक लोगों को इलाकों में पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि कड़ाके की ठंड पड़ने के कारण पेयजल की सभी लाइनें जाम हो गई हैं. तो कई जगहों पर यह लाइने क्षतिग्रस्त भी हुई हैं. ऐसे में लोगों का सहारा प्राकृतिक जल स्रोत ही रह गया है.
स्पीति घाटी के माने गांव (water problem in mane village) में भी लोग इन दिनों पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहे हैं. गांव में जल शक्ति विभाग द्वारा बिछाई गई लाइनें ठंड के कारण जम (water pipe jam in lahaul) गई हैं. ऐसे में लोग गधे पर पानी ढोने को मजबूर हो गए हैं. स्पीति घाटी के माने गांव का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जिसमें कुछ महिलाएं गधों व खच्चरों पर पानी ढो रही हैं.
माने गांव के ग्रामीण तशी, लाकपा का कहना है (snowfall in Lahaul Spiti) कि रोजाना महिलाएं खच्चरों व गधों की पीठ पर गांव से करीब 2 किलोमीटर दूर प्राकृतिक जल स्रोत का रुख करते हैं और वहां से पानी भरकर घर लाते हैं, ताकि लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना ना करना पड़े. वहीं, पानी की व्यवस्था सही ना होने के कारण उन्हें अपने पालतू पशुओं को पानी पिलाने के लिए भी घर से दूर ले जाना पड़ता है.
लाहौल घाटी के कई ऊंचाई वाले ग्रामीण इलाकों का भी यही हाल है. तीन से 4 फुट बर्फ के बीच पैदल चलकर पानी लाना लोगों के लिए काफी मुश्किल भरा है. हालांकि जिला प्रशासन के अधिकारी लोगों को मूलभूत सुविधाएं बहाल करने का प्रयास तो कर रहे हैं, लेकिन आए दिन बिगड़ रहा मौसम उनके इस काम में खलल पैदा कर रहा है. वहीं, लाहौल स्पीति की कार्यकारी उपायुक्त प्रिया नागटा ने बताया कि बिजली व पानी की व्यवस्था को लगातार दुरुस्त किया जा रहा है. ताकि लोगों को परेशान ना होना पड़े. उन्होंने कहा की घाटी की सड़कों से बर्फ हटाने का काम भी लगातार जारी है.
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