कुल्लू: जिले के सरवरी में सहकार भवन में सहकारी सभाओं के लिए एक दिवसीय सहकार प्रशिक्षण कार्यक्रम (cooperative training program) का आयोजन बुधवार को किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मंत्री एवं सहकारी संघ जिला कुल्लू (Cooperative Union District Kullu) के अध्यक्ष सत्यप्रकाश ठाकुर ने की. वहीं, सहकारी सभाओं के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सत्य प्रकाश ठाकुर ने कहा कि सहकारिता में नॉमिनेटेड अध्यक्ष बनाने से सहकारिता आंदोलन में गड़बड़ होगी.
सहकारी सभाओं में लोकतांत्रिक व्यवस्था चलती है और सभी पद चुनकर लाते हैं. नॉमिनेटेड लोगों को सहकारिता के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है. इसलिए समय पर चुनाव होने चाहिए और सदस्यों में से ही लोकतांत्रिक व्यवस्था से अध्यक्ष चुने जाने चाहिए. अध्यक्ष सत्यप्रकाश ठाकुर ने कहा कि सहकारी सभाओं में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सहकारी बंधु काम करते हैं, इसलिए इसमें राजनीति का प्रवेश नहीं होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर सहकारिता का राजनीतिकरण होगा तो इसका सहकारी आंदोलन पर भी बुरा असर पड़ेगा. चाहे प्राइमरी सभा हो या फिर सेकेंडरी सभा. कहीं पर भी नॉमिनेटेड अध्यक्ष नहीं होने चाहिए. सहकारिता का इस पर बहुत ही खराब असर होगा. जो चुने हुए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर होते हैं इसमें उन्हें विश्वास में नहीं लिया जाता है. जिससे लोकतांत्रिक व्यवस्था खराब हो रही है.
उन्होंने प्रदेश सरकार से आग्रह किया कि सहकारी सभाओं व समितियों में लोकतांत्रिक व्यवस्था को बहाल किया जाए और भारत व प्रदेश सरकार सहित नाबार्ड की कई योजनाएं आई है. उन्हें भी सुचारू रूप से चलाने के लिए कर्मचारियों के खाली पड़े पदों को भरा जाए.
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