कुल्लूः कोरोना काल में हर कारोबार पर ठप पड़ा हुआ है. सैलून और ब्यूटी पार्लर भी इससे अछूते नहीं हैं. देशभर की तरह बीते करीब दो महीने से कुल्लू में भी सैलून और ब्यूटी पार्लर बंद हैं. अकेले कुल्लू जिले में इस कारोबार से 10 हजार से ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं जिनके सामने अब रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
देशभर में लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है और हिमाचल प्रदेश में कर्फ्यू लगा हुआ है. सरकार की तरफ से कुछ को छूट दी गई है जिसे देखते हुए सैलून और ब्यूटी पार्लर्स ने भी सरकार से राहत की आस लगाई है. इस कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि 2 महीने से दुकान बंद है और जो बचत थी वो भी खत्म हो चुकी है.
लोगों की मांग है कि दिशा-निर्देशों के साथ उन्हें काम करने की इजाजत दी जाए. वो हर दिशा निर्देश का पालन करने को तैयार हैं. बीते करीब दो महीने में इस कारोबार को बहुत नुकसान हुआ है. तनख्वाह से लेकर किराये तक का संकट है.
कुल्लू में ब्यूटी पार्लर का काम करने वाले लोगों का कहना है कि सरकार के नियमों का उन्होंने पहले से ही पूरी तरह से पालन किया है तो वे आगामी दिनों में भी सरकार के निर्देशों का पालन करेंगे, लेकिन उन्हें भी अब अपना कारोबार करने की इजाजत मिलनी चाहिए.
वहीं, सैलून चलाने वाले कुल्लू के वीर सिंह चौहान का कहना है कि उनके सैलून में कई और लोग भी काम करते हैं. सरकार ने निर्देश जारी कर दिए कि कोई भी व्यक्ति अपने अधीन काम करने वालों को का वेतन नहीं कटेगा, लेकिन जब उनका कारोबार ही नहीं चलेगा तो वह दूसरों को कैसे से वेतन दे पाएंगे. यह चिंता उन्हें सताए जा रही है.
ऐसे में सैलून मालिकों की मांग है कि उन्हें काम करने की इजाजत के साथ कुछ आर्थिक मदद या रियायत दी जाए ताकि संकट के इस दौर में कुछ राहत मिल सके. कुल मिलाकर कोरोना के कारण लॉकडाउन और कर्फ्यू का असर सैलून, स्पा, पार्लर से जुड़े लोगों पर पड़ा है जो अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
ये भी पढ़ें- पर्दे के पीछे कोरोना नायक: हर समय खतरे से लड़ती जिंदगी
ये भी पढ़ें- लॉकडाउन 4.0 में आंशिक छूट पर CM जयराम, पब्लिक ट्रांसपोर्ट शुरू होने की संभावना कम