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सरयोलसर झील में जूते पहनकर जा रहे पर्यटक, धार्मिक भावनाएं हो रहीं आहत: देव समाज कुल्लू

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Published : Jan 3, 2022, 5:32 PM IST

बीते दिनों पर्यटकों का एक दल सरयोलसर झील पहुंचा और इस दौरान पर्यटक जूते पहनकर जमी हुई झील पर चढ़ गए. सोशल मीडिया में जब पर्यटकों का यह फोटो वायरल हुआ तो स्थानीय देव समाज ने भी इस पर संज्ञान लिया. देव समाज का कहना है कि सरयोलसर झील श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है और यहां पर जूतों के साथ जाना (Shoes banned in Serolsar lake) निषेध है. लेकिन पर्यटकों को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है जिस कारण लोगों की धार्मिक भावनाएं भी आहत हो रही हैं. उन्होंने (Kullu Devi Devta Kardar Sangh) जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि सर्दियों के दौरान यहां पर पुलिसकर्मी की तैनाती की जाए.

Tourists visiting serolsar lake
आनी देवी देवता कारदार संघ

कुल्लू: जिला कुल्लू में जहां इन दिनों पर्यटकों की खासी भीड़ उमड़ रही है तो वहीं, पर्यटन स्थल भी सारा दिन पर्यटकों की मस्ती से चहक रहे हैं. उपमंडल बंजार के जलोड़ी दर्रा में भी बर्फबारी के बाद घाटी में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है. पर्यटक रोजाना जहां जलोड़ी दर्रे का रुख कर रहे हैं तो वहीं, साथ लगती सरयोलसर झील (Tourists visiting serolsar lake) में भी पहुंच रहे हैं.

बीते दिनों भी पर्यटकों का एक दल झील पहुंचा और इस दौरान पर्यटक जूते पहनकर जमी हुई झील पर चढ़ गए. सोशल मीडिया में जब पर्यटकों का यह फोटो वायरल हुआ तो स्थानीय देव समाज ने भी इस पर संज्ञान लिया. देव समाज के द्वारा अब डीसी कुल्लू को एक पत्र भेजा गया है जिसमें मांग रखी (Dev Samaj demanded from DC Kullu) गई है कि सर्दियों के दौरान माता बूढ़ी नागिन का मंदिर बंद रहता है और यहां पर कोई भी मंदिर कमेटी का सदस्य मौजूद नहीं होता है. ऐसे में स्थानीय लोगों की भावनाएं आहत ना हो इसके लिए यहां पर प्रशासन के द्वारा पुलिसकर्मी की तैनाती की जाए.

इसके अलावा स्थानीय लोग व पर्यटन कारोबारियों से भी आग्रह किया गया है कि जो भी गाइड या पर्यटन कारोबारी सरयोलसर झील की ओर पर्यटकों को (Tourists visiting serolsar lake) भेजते हैं तो वह उन्हें यहां के देव नियमों से भी अवगत करवाएं. देवी देवता कार दार संघ के जिला महासचिव टीसी महंत व आनी खंड के अध्यक्ष भागे राम राणा ने बताया कि सरयोलसर झील श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है और यहां पर जूतों के साथ जाना (Shoes banned in Serolsar lake) निषेध है.

पर्यटकों को इस बात की जानकारी नहीं है, जिस कारण लोगों की धार्मिक भावनाएं भी आहत हो रही हैं. इसके अलावा अगर बर्फ टूटने के कारण कोई पर्यटक झील में डूब जाता है तो उसे भी जानी नुकसान हो सकता है. आनी देवी देवता कारदार संघ (Kullu Devi Devta Kardar Sangh) के अध्यक्ष भागे राम राणा ने बताया कि इस बारे में डीसी कुल्लू को एक पत्र भेजा गया है. जिसमें सर्दियों के दौरान यहां पर पुलिसकर्मी की तैनाती की बात कही गई है. ताकि पुलिसकर्मी यहां आने वाले पर्यटकों को झील की ओर जाने से रोक सकें.

ये भी पढ़ें : मनाली विंटर कार्निवाल: महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में कुल्लवी नाटी डालकर मोह लिया सभी का मन

कुल्लू: जिला कुल्लू में जहां इन दिनों पर्यटकों की खासी भीड़ उमड़ रही है तो वहीं, पर्यटन स्थल भी सारा दिन पर्यटकों की मस्ती से चहक रहे हैं. उपमंडल बंजार के जलोड़ी दर्रा में भी बर्फबारी के बाद घाटी में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है. पर्यटक रोजाना जहां जलोड़ी दर्रे का रुख कर रहे हैं तो वहीं, साथ लगती सरयोलसर झील (Tourists visiting serolsar lake) में भी पहुंच रहे हैं.

बीते दिनों भी पर्यटकों का एक दल झील पहुंचा और इस दौरान पर्यटक जूते पहनकर जमी हुई झील पर चढ़ गए. सोशल मीडिया में जब पर्यटकों का यह फोटो वायरल हुआ तो स्थानीय देव समाज ने भी इस पर संज्ञान लिया. देव समाज के द्वारा अब डीसी कुल्लू को एक पत्र भेजा गया है जिसमें मांग रखी (Dev Samaj demanded from DC Kullu) गई है कि सर्दियों के दौरान माता बूढ़ी नागिन का मंदिर बंद रहता है और यहां पर कोई भी मंदिर कमेटी का सदस्य मौजूद नहीं होता है. ऐसे में स्थानीय लोगों की भावनाएं आहत ना हो इसके लिए यहां पर प्रशासन के द्वारा पुलिसकर्मी की तैनाती की जाए.

इसके अलावा स्थानीय लोग व पर्यटन कारोबारियों से भी आग्रह किया गया है कि जो भी गाइड या पर्यटन कारोबारी सरयोलसर झील की ओर पर्यटकों को (Tourists visiting serolsar lake) भेजते हैं तो वह उन्हें यहां के देव नियमों से भी अवगत करवाएं. देवी देवता कार दार संघ के जिला महासचिव टीसी महंत व आनी खंड के अध्यक्ष भागे राम राणा ने बताया कि सरयोलसर झील श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है और यहां पर जूतों के साथ जाना (Shoes banned in Serolsar lake) निषेध है.

पर्यटकों को इस बात की जानकारी नहीं है, जिस कारण लोगों की धार्मिक भावनाएं भी आहत हो रही हैं. इसके अलावा अगर बर्फ टूटने के कारण कोई पर्यटक झील में डूब जाता है तो उसे भी जानी नुकसान हो सकता है. आनी देवी देवता कारदार संघ (Kullu Devi Devta Kardar Sangh) के अध्यक्ष भागे राम राणा ने बताया कि इस बारे में डीसी कुल्लू को एक पत्र भेजा गया है. जिसमें सर्दियों के दौरान यहां पर पुलिसकर्मी की तैनाती की बात कही गई है. ताकि पुलिसकर्मी यहां आने वाले पर्यटकों को झील की ओर जाने से रोक सकें.

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