कुल्लू: जिला कुल्लू में बाहरी राज्यों से पर्यटकों का आना लगातार जारी है. तो वहीं, जिला कुल्लू के नदी नालों का मोह भी पर्यटकों को अपनी ओर खींच रहा है. पर्यटक सेल्फी के शौक में नदी-नालों के किनारों का रुख कर रहे हैं (Girl Drown In Parvati River) लेकिन सेल्फी का शौक उन्हें मौत के मुंह की ओर भी धकेल रहा है. बीते दिनों भी मणिकर्ण में सेल्फी लेने गए एक युवक और युवती पार्वती नदी में बह गए थे. ऐसे में रेस्क्यू टीम के द्वारा युवक के शव को तो बरामद कर लिया गया है लेकिन मणिपुर की रहने वाली एक युवती का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है.
हालांकि जिला प्रशासन ने जगह-जगह नदी नालों के पास न जाने के लिए चेतावनी बोर्ड भी लगाए हैं, लेकिन उसके बाद भी पर्यटक नदी-नालों के किनारे जाने का मौका नहीं छोड़ रहे हैं. जिला कुल्लू के विभिन्न इलाकों में सैलानी नदी किनारे सेल्फी लेने के लिए जा रहे हैं, जो कभी भी उनकी जान पर भारी पड़ सकता है. पर्यटक जान हथेली पर रखकर ब्यास नदी के बीच फोटोज खींच रहे हैं. इससे पहले भी ब्यास नदी में पानी के तेज बहाव में आने से कई पर्यटकों की जान जा चुकी है. इसके बाद भी पर्यटक अपनी सुरक्षा के लिए गंभीर नहीं है.
गौर रहे कि कुछ साल पहले थलौट में बाहर से आए इंजीनियरिंग के 24 प्रशिक्षु बह गए थे. इसके बाद जिला प्रशासन ने नदी किनारे न जाने के चेतावनी साइन बोर्ड भी लगाए हैं, लेकिन पर्यटक नियमों को ताक पर रखकर (Girl Drown In Parvati River) नदी में उतर रहे हैं. खतरे से अनजान पर्यटकों को जागरूक करने की जरूरत है. पर्यटन कारोबारी दीपक, बिक्रम व संजय दत्ता ने बताया पर्यटकों को खतरे से जागरूक करना होगा. उन्होंने कहा कि पर्यटन से जुड़े सभी कारोबारियों को अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी होगी और होटलों, रेस्तरां, होम स्टे, दुकानों में आने वाले पर्यटकों को नदी के पास न जाने को लेकर जागरूक करना होगा.
वहीं, डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग का कहना है कि होटल कारोबारियों को भी इस बारे में निर्देश जारी किए गए हैं और नदी-नालों के किनारे जिन्होंने भी अपने ढाबे या दुकानें लगाई हैं वह भी पर्यटकों को इस खतरे के बारे में जागरूक करें ताकि घूमने का मजा लेने आए पर्यटकों के साथ किसी प्रकार का हादसा पेश ना आए.