कुल्लू: जिले के जल शक्ति विभाग की डिविजन-1 में बीते दिनों मल्टीपर्पज वर्कर की भर्ती मामले में जहां भाजपा के वरिष्ठ नेता में महेश्वर सिंह ने सवालिया निशान खड़े किए थे तो वहीं, इस मामले में जल शक्ति विभाग कुल्लू (KULLU JAL SHAKTI DEPARTMENT) ने भी अपनी कार्रवाई करनी शुरू कर दी है. विभाग की कार्रवाई से नाखुश पूर्व विधायक ने इस भर्ती में चयनित हुए अभ्यर्थियों के सर्टिफिकेट की जांच की मांग रखी है.
पूर्व विधायक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह ने इस पूरे मामले की शिकायत मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी की थी कि मनाली विधानसभा से 30 और कुल्लू विधानसभा से मात्र तीन ही मल्टीपर्पज वर्करों की भर्ती जल शक्ति विभाग में हुई है जोकि सरासर गलत है. ऐसे में जल शक्ति विभाग के अधिकारियों ने एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट होना अभ्यर्थियों के चयन के लिए आधार माना था. पूर्व विधायक महेश्वर सिंह ने इस बारे एक बार फिर से शिकायत प्रदेश सरकार को भेजी है.
पूर्व विधायक महेश्वर सिंह का कहना है कि किसी कंपनी द्वारा अभ्यर्थियों को आनन-फानन में एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं. ऐसे में उन एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट की जांच के अलावा उन कर्मचारियों के ईपीएफ खातों की भी जांच होनी चाहिए, ताकि पता चल सके कि सच में उक्त कंपनी में उन कर्मचारियों ने कभी काम भी किया है या फिर इस गड़बड़ झाले को अंजाम देने के लिए आनन-फानन में कर्मचारियों को एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं.
पूर्व विधायक महेश्वर सिंह का कहना है कि यह कुल्लू के युवाओं के साथ सरासर नाइंसाफी है कि इस भर्ती प्रक्रिया में एक ही विधानसभा से 30 मल्टीपर्पज वर्करों की भर्ती की जा रही है. ऐसे में जल शक्ति विभाग के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी संदेह व्यक्त होता है कि वह आखिर ऐसा क्यों कर रहे हैं.
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