कुल्लू: जिला महिला एवं बाल विकास विभाग के वन स्टॉप सेंटर में जहां बेहतर सुविधाएं जुटाई जाएगी. इसके अलावा इसे दूसरी जगह पर भी शिफ्ट करने के प्रयास किए जा रहे हैं. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इसके लिए उपयुक्त जगह का चयन किया जाए.
जिला मुख्यालय कुल्लू के ढालपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यालय में चल रहे वन स्टॉप सेंटर के डीसी के द्वारा निरीक्षण किया गया. वहीं, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने वन स्टॉप सेंटर में महिलाओं दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी अवगत करवाया.
डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने इस सेंटर में अन्य सुविधाओं को जुटाने के बारे में भी जहां अधिकारियों को निर्देश दिए तो वहीं, इसे शिफ्ट करने के बारे में भी विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की, ताकि किसी खुली जगह पर वन स्टॉप सेंटर को स्थापित किया जाए और यहां पर महिलाओं को किसी प्रकार की परेशानी पेश न आए.
जिला कुल्लू में साल 2019 में वन स्टॉप सेंटर का शुभारंभ किया गया था. सरकार के द्वारा इसलिए वन स्टॉप सेंटर की स्थापना की गई थी ताकि वन स्टॉप सेंटर यानी एक ही छत के नीचे हिंसा से पीडि़त महिलाओं एवं बालिकाओं को एकीकृत रूप से सहायता एवं सहयोग प्रदान करना.
महिला अगर किसी भी तरह की हिंसा झेलती है तो उसकी जल्द से जल्द मदद करने की जरूरत पड़ती है. जैसे मेडिकल स्पोर्ट, कानूनी सहायता, अस्थायी रूप से रहने के लिए स्थान, मानसिक और भावनात्मक सहयोग.
इस कंडीशन में यह बेहद जरूरी हो जाता है कि उस महिला को ये सभी मदद एक ही स्थान पर मिल जाए और उसे अलग-अलग जगहों पर भटकने की जरूरत न पड़े. इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने वन स्टॉप सेंटर योजना की शुरुआत की है, जिसके तहत किसी भी महिला को जिस तरह की भी मदद चाहिए तो वह इस योजना के तहत आने वाले मुख्य बिंदुओं को जानकर प्राप्त कर सकती है.
डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभाग के अधिकारियों के साथ यहां बेहतर सुविधाएं जुटाने के बाद कही है. इसके अलावा इस सेंटर को कार्यालय से बाहर स्थापित करने के बारे में भी योजना तैयार की जा रही है, ताकि किसी खुली जगह पर इसे स्थापित किया जाए और महिलाओं को सुरक्षा के साथ उनके अधिकार को दिलाया जाए.
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