कुल्लू: जिला कांगड़ा की प्रसिद्ध बीड़ बिलिंग घाटी में पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप पर कोरोना वायरस का असर देखने को मिल रहा है. पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप एसोसिएशन ने 30 मार्च से पांच अप्रैल तक होने वाली चैंपियनशिप को कोरोना वायरस के चलते 25 से 31 अक्टूबर तक आयोजित करने का फैसला लिया है.
पहली बार इस आयोजन की कमान साहसिक खेलों से जुड़े अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान कुल्लू को सौंपी गई है. पैराग्लाइडिंग प्री वर्ल्ड कप एसोसिएशन और फेडरेशन ऑफ एरोनॉटिक्स की मान्यता के साथ होने वाले इस प्री वर्ल्ड कप के लिए 30 देशों के 121 पायलटों ने पंजीकरण करवाया था. लेकिन केंद्र सरकार ने दूसरे देशों से आने वालों का वीजा 15 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दिया है. ऐसे में उन्हें फिर से आवेदन करना पड़ेगा.
प्रतियोगिता में केवल 100 प्रतिभागियों को शामिल किया जाएगा. इस प्री वर्ल्ड कप में रेस्क्यू का जिम्मा भी स्विटजरलैंड की कंपनी के हवाले रहेगा. पहले की तरह ही पुरस्कार के लिए कैटेगरी तय की है. इसमें ओवरऑल चैंपियन को डेढ़ लाख, इंडियन नेशनल के पहले विजेता को एक लाख 25 हजार, महिला कैटेगरी में विजेता को एक लाख और स्पोर्ट्स कैटेगरी में पहले पुरस्कार के रूप में 75 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे.
कोरोना की वजह से इवेंट में करना पड़ा बदलाव
अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के निदेशक कर्नल नीरज राणा ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से इस माह शुरू होने वाले इवेंट को स्थगित करना पड़ा है. हमने अक्टूबर के लिए आवेदन किया था, जिसे पैराग्लाइडिंग वर्ल्ड कप एसोसिएशन ने स्वीकार कर लिया है. अब यह प्रतियोगिता 25 से 31 अक्टूबर तक होगी.
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