ETV Bharat / city

अब जल्द रिलीज होगी भूतनाथ पुल की एस्टीमेट फाइल, वन मंत्री ने दिया आश्वासन - Bhootnath bridge

कुल्लू के मुख्यालय सरवरी में बने भूतनाथ पुल के निर्माण की फाइल अब जल्द ही मुख्यमंत्री कार्यालय से बाहर आएगी. बता दें कि इस फाइल के रिलीज होने के बाद ही भूतनाथ पुल के मरम्मत का काम शुरू हो पाएगा.

Bhootnath bridge
author img

By

Published : Aug 17, 2019, 5:51 PM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी में बने भूतनाथ पुल के निर्माण की फाइल अब जल्द ही मुख्यमंत्री कार्यालय से बाहर आएगी. वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने स्थानीय लोगों आश्वासन दिया है कि लोक निर्माण विभाग द्वारा भूतनाथ पुल के मरम्मत मामले में सीएम कार्यालय भेजी गई फाइल 1 सप्ताह में ही रिलीज कर दी जाएगी.

गौर रहे कि कुल्लू शहर के बीचोंबीच ब्यास नदी पर बना भूतनाथ पुल करीब 7 माह से बंद चल रहा है. हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से पुल संवेदनशील होने से इसे जिला प्रशासन की ओर से बार-बार बंद रखा गया है.

वीडियो.

लोक निर्माण विभाग ने पुल बंद होने से इसके विकल्प के लिए अखाड़ा बाजार में वैली ब्रिज का निर्माण किया है जिस पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च किए हैं. लेकिन पुल का आधा हिस्सा ब्यास नदी से पत्थरों की चिनाई कर उठाया गया है जिस कारण बरसात के दिनों में ब्यास नदी में बाढ़ जैसे हालात बनने से पुल के बहने या ढहने का खतरा बना हुआ है.

ये भी पढ़ें: चंबा में पानी को बचाने के लिए जल अभ्यारण्य परियोजना की शुरूआत

हालांकि लोक निर्माण विभाग ने दस करोड़ की लागत से बने भूतनाथ पुल के बीच में दरार पड़ने से इसकी मरम्मत के लिए स्पेशल केस बनाकर मुख्यमंत्री कार्यालय भेजा है लेकिन ढाई करोड़ की राशि मंजूर नहीं होने से पुल की मरम्मत में देरी हो रही है.

कुल्लू: जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी में बने भूतनाथ पुल के निर्माण की फाइल अब जल्द ही मुख्यमंत्री कार्यालय से बाहर आएगी. वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने स्थानीय लोगों आश्वासन दिया है कि लोक निर्माण विभाग द्वारा भूतनाथ पुल के मरम्मत मामले में सीएम कार्यालय भेजी गई फाइल 1 सप्ताह में ही रिलीज कर दी जाएगी.

गौर रहे कि कुल्लू शहर के बीचोंबीच ब्यास नदी पर बना भूतनाथ पुल करीब 7 माह से बंद चल रहा है. हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से पुल संवेदनशील होने से इसे जिला प्रशासन की ओर से बार-बार बंद रखा गया है.

वीडियो.

लोक निर्माण विभाग ने पुल बंद होने से इसके विकल्प के लिए अखाड़ा बाजार में वैली ब्रिज का निर्माण किया है जिस पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च किए हैं. लेकिन पुल का आधा हिस्सा ब्यास नदी से पत्थरों की चिनाई कर उठाया गया है जिस कारण बरसात के दिनों में ब्यास नदी में बाढ़ जैसे हालात बनने से पुल के बहने या ढहने का खतरा बना हुआ है.

ये भी पढ़ें: चंबा में पानी को बचाने के लिए जल अभ्यारण्य परियोजना की शुरूआत

हालांकि लोक निर्माण विभाग ने दस करोड़ की लागत से बने भूतनाथ पुल के बीच में दरार पड़ने से इसकी मरम्मत के लिए स्पेशल केस बनाकर मुख्यमंत्री कार्यालय भेजा है लेकिन ढाई करोड़ की राशि मंजूर नहीं होने से पुल की मरम्मत में देरी हो रही है.

Intro:कुल्लू
अब जल्द सीएम कार्यालय से रिलीज होगी भूतनाथ पुल की एस्टीमेट फ़ाइल
वन मंत्री ने 1सप्ताह में फ़ाइल रिलीज का दिया आश्वासनBody:
जिला कुल्लू के मुख्यालय सरवरी में बने भूतनाथ पुल के निर्माण की फाइल अब जल्द ही मुख्यमंत्री कार्यालय से बाहर आएगी। वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने स्थानीय लोगों को इस बात का आश्वासन दिया है। वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि लोक निर्माण विभाग द्वारा भूतनाथ पुल के मरम्मत मामले में जो फाइल सीएम कार्यालय को भेजी गई है। उसे 1 सप्ताह में ही रिलीज कर दिया जाएगा। वन मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री पिछले कुछ समय से काफी व्यस्त थे और प्रदेश के हितों के चलते उन्हें बार-बार राज्य से बाहर जाना पड़ रहा था। लेकिन अब मुख्यमंत्री कार्यालय से उस फ़ाइल को 1 सप्ताह के भीतर रिलीज कर दिया जाएगा ताकि फुल के मरम्मत कार्य को शुरू किया जा सके। गौर रहे कि कुल्लु शहर के बीचोंबीच ब्यास नदी पर बना भूतनाथ पुल करीब 7 माह से बंद चल रहा है। लेकिन पुल का मरम्मत कार्य नहीं हो सका है। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से पुल संवेदनशील होने से इसे जिला प्रशासन की ओर से बार-बार बंद रखा गया है। अभी भी पुल को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रखा है।
लोनिवि ने पुल बंद होने से इसके विकल्प के लिए अखाड़ा बाजार में बैली ब्रिज का निर्माण किया है। इस पर लोनिवि ने करीब दो करोड़ रुपये खर्च किए हैं। लेकिन पुल का आधा हिस्सा ब्यास नदी से पत्थरों की चिनाई कर उठाया गया है। ऐसे में बरसात के दिनों में ब्यास नदी में बाढ़ जैसे हालात बनने से पुल के बहने या ढहने का खतरा बना हुआ है। हालांकि लोनिवि ने दस करोड़ की लागत से बने भूतनाथ पुल के बीचोंबीच दरार पड़ने से इसकी मरम्मत के लिए स्पेशल केस बनाकर मुख्यमंत्री कार्यालय भेजा गया है। Conclusion:लेकिन ढाई करोड़ की राशि मंजूर नहीं होने से पुल की मरम्मत के काम देरी हो रही है। दस करोड़ की लागत से लोनिवि की ओर से तैयार किए पुल में पांच साल में ही दरारें पड़ गई और बीच से पुल का एक हिस्सा झुक भी गया है। इससे पुल से होकर आवाजाही जोखिम भरी हो गई है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.