लाहौल-स्पीति: स्पीति घाटी में अब कसम खाकर मतदान करने वाले ग्रामीणों पर कार्रवाई होगी. घाटी में लंबे समय से जहां ऐसे मामले देखने को मिल रहे थे जहां घाटी के अधिकतर क्षेत्रों में ग्रामीणों पर पार्टी के नेता व कार्यकर्ता सत्ता का दबाब बनाते हुए अपने पक्ष में मतदान करने के लिए लोगों को कसम खिला कर सरेआम लोकतंत्र की हत्या कर रहे थे. वहीं, अब कीह गोंपा प्रबंधन ने यह कड़े आदेश जारी करते हुए कहा है कि अब कोई भी व्यक्ति खासकर मतदान के लिए किसी के भी पक्ष में मतदान करने को कसम नहीं खाएगा.
कीह गोंपा प्रबंधन (Kih Gonpa Management) ने दो टूक शब्दों में कहा है कि अगर कसम खाता कोई व्यक्ति पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही साथ उनसे जुर्माना भी वसूला जाएगा. स्पीति घाटी के (Action against those who vote on oath in Spiti) कुछ क्षेत्रों में जहां कसम खिलाकर मतदाताओं से मतदान का अधिकार छीन लिया जाता है वहीं, अब इस फेरिस्त में कीह मोनेस्ट्री ने पहल करते हुए उक्त फरमान जारी किए हैं.
वहीं, बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं लाहौल स्पीति के पूर्व विधायक रवि ठाकुर (Ravi Thakur former MLA of Lahaul Spiti) ने कीह गोंपा प्रबंधन से मुलाकात कर उक्त लिए गए फैसले का स्वागत किया है. रवि ठाकुर ने कीह गोंपा के प्रबंधक फुंचोंग अंगरूप के माध्यम से सभी गोंपा कमेटी के पदाधिकारियों का अभार व्यक्त किया है. रवि ठाकुर ने कहा कि स्थानीय लोग लगातार उन्हें इस बारे में बताते हैं कि सत्ताधारी दल के नेता व उनके कार्यकर्ता अकसर स्पीति घाटी में ग्रामीणों को विकास करवाने की एवज में सबसे पहले यह शर्त रखते हैं कि वह कसम खाएं और भाजपा के पक्ष में मतदान करें.
यही नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता का दुरुपयोग करते हुए भाजपा के नेता लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग में लगे दैनिक वेतन भोगियों को जहां नियमित करने को लेकर भी कसमें खिलाते हैं. जबकि वह सभी मजदूर नियमों के तहत नियमित किए जाते हैं. लेकिन यहां पर भी इन्हें सत्ताधारी पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा गुमराह किया जाता है. उन्होंने कहा कि कीह गोंपा प्रबंधन द्वारा कसम खाने वाले लोगों पर कार्रवाई करने की पहल का वह स्वागत करते हैं. उन्हें उम्मीद है कि घाटी के अन्य क्षेत्रों के लोगों को भी इससे एक सीख मिलेगी. रवि ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय 700 लोगों को लोक निर्माण विभाग व जल शक्ति विभाग में नौकरी दिलाई थी और उन्हें नियमित भी किया था, लेकिन कांग्रेस ने इसकी एवज में कभी भी उन्हें कसमें नहीं खिलाई.
रवि ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश का स्पीति एक ऐसा क्षेत्र है जहां धर्म की आड़ में सत्ताधारी लोग यहां की भोली-भाली जनता को गुमराह कर कसमें खिलाकर अपने पक्ष में मतदान करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं, अब घाटी में मौजूद गोंपाओं ने इस प्रथा को गलत करार देना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि शुरुआत कीह गोंपा से कर दी गई है और इस सिलसिले में हाल ही में दो व्यक्तियों पर गोंपा प्रबंधन ने आदेश न मानने के खिलाफ कार्रवाई वह जुर्माना लगाया था.