कुल्लू: जिला कुल्लू और लाहौल-स्पीति को आपस में जोड़ने वाले रोहतांग दर्रा को बहाल करने के लिए बीआरओ का प्रयास जारी है. शनिवार को कुल्लू में रह रहे लाहौल घाटी के 133 किसानों ने चार किलो मीटर पैदल चलकर रोहतांग दर्रा पार किया है.
सभी 133 किसानों को कुल्लू से मढ़ी तक वाहनों के जरिए पहुंचा गया. इसके बाद रोहतांग दर्दा पार करने के बाद इन्हें कोकसर से दूसरे वाहनों के माध्यम से घर तक पहुंचाया गया. इस दौरान कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा भी मौजूद रहें. कृषि मंत्री ने बताया कि कुल्लू से 23 वाहनों की व्यवस्था की गई थी. सभी किसानों को लाहौल घाटी पहुंचाया जाएगा ताकि किसान समय पर अपने घरों में पहुंचकर कृषि कार्य को अंजाम दे सकें. स्वास्थ्य जांच के दौरान पांच लोगों को अस्वस्थ पाए जाने पर उन्हें कोठी से वापस भेज दिया गया.
वहीं, डॉ. मारकंडा ने लाहौल घाटी के किसानों से अपील की है कि सभी सोशल डिस्टेंस का पालन करें और सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन करते हुए खेती-बाड़ी के कार्य को पूरा करें. सरकार किसानों के हित को प्राथमिकता के आधार पर पूरा कर रही है.
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