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वीरभूमि में नहीं दिख रहा अग्निवीर बनने के लिए जोश, सालों बाद हो रही भर्ती के लिए अपेक्षाकृत कम मिले आवेदन - हमीरपुर की खबर

Recruitment of Agniveers in hamirpur, हिमाचल के जिला हमीरपुर के सुजानपुर में 29 अगस्त से अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती होगी. अग्निवीरों की भर्ती के लिए तीन जिलों से महज 22 हजार के लगभग आवेदन विभिन्न श्रेणियों के लिए प्राप्त हुए हैं. सेना भर्ती कार्यलय हमीरपुर की तरफ से सुजानपुर टीहरा के चैगान में 29 अगस्त से आठ सितंबर तक भर्ती प्रक्रिया आयोजित होगी.

Recruitment of Agniveers in hamirpur
वीरभूमि में नहीं दिख रहा अग्निवीर बनने के लिए जोश
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Published : Aug 25, 2022, 8:32 PM IST

हमीरपुर: हिमाचल में अग्निपथ भर्ती योजना के लिए तीन जिलों में युवाओं का रूझान बेहद कम नजर आया (Agneepath scheme in himachal) है. रोचक यह है कि इसमें वीरभूमि कहे जाने वाले हमीरपुर जिला भी शामिल है. तीन साल के बाद सेना भर्ती का मौका मिलने के बावजूद युवाओं में इस बार उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है. प्रदेश में बेरोजगारों का सरकारी आंकड़ा 15 लाख के करीब है. ऐसे में इतने कम आवेदन नई भर्ती योजना के प्रति युवाओं की नाराजगी का स्पष्ट इशारा (Agneepath scheme recruitment ) है.

वीरभूमि हमीरपुर के सुजानपुर में 29 अगस्त से अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती (Recruitment of Agniveers in Sujanpur) होगी. भर्ती के पंजीकरण का दौर खत्म हो चुका है. तीनों जिलों से महज 22 हजार के लगभग आवेदन विभिन्न श्रेणियों के लिए प्राप्त हुए हैं. सेना भर्ती कार्यलय हमीरपुर की तरफ से सुजानपुर टीहरा के चैगान में 29 अगस्त से आठ सितंबर तक भर्ती प्रक्रिया आयोजित होगी. हमीरपुर जिले में हर तीसरा परिवार सेना से जुड़ा (Recruitment of Agniveers in hamirpur) है. ऐसे में यह उम्मीद लगाई जा रही है कि तीन साल के बाद आयोजित हो रही भर्ती में ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर से इस बार भारी संख्या में युवा सेना भर्ती का रूख करेंगे, लेकिन सेना भर्ती नियमों में किए गए बदलावों के चलते युवाओं ने इसमें कम ही रूख दिखाया है.

गौरतलब है कि अग्निपथ भर्ती योजना की लाॅचिंग के वक्त ही हमीरपुर जिले में बड़े प्रदर्शन देखने को मिले थे, यहां पर युवाओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ दो से तीन दिनों तक सड़कों पर उतर कर इस योजना का विरोध जताया था. ईटीवी भारत ने इस नई भर्ती योजना को लेकर पूर्व सैनिकों, कांग्रेस और भाजपा के पूर्व सैनिक विभाग से जुड़े हुए पदाधिकारियों की राय जानी है.

क्या कहते हैं पूर्व सैनिक: एक्स सर्विसमैन लीग ढटवाल क्षेत्र के उपाध्यक्ष रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल हंसराज चंदेल ने कहा कि इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवा में सेना के प्रति समर्पण की भावना कभी भी जागृत नहीं हो पाएगी. 4 साल में ना तो फौजी तैयार हो पाएगा और ना ही वह समर्पण की भावना से देश सेवा कर (Recruitment of Agniveers in himachal) पाएगा. नई भर्ती योजना में बहुत अधिक कमियां है. सरकार को इस योजना में व्यापक स्तर पर बदलाव करने की जरूरत है.

Recruitment of Agniveers in hamirpur
हमीरपुर के सुजानपुर में 29 अगस्त से अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती होगी.

अग्निपथ भर्ती योजना शानदार योजना: हिमाचल भाजपा पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रिटायर्ड सूबेदार मेजर सेना मेडल रंजीत ठाकुर ने बताया कि अग्निपथ भर्ती योजना शानदार योजना है. जिसमें बेरोजगारी से युवाओं को राहत मिलेगी. महज 4 साल की नौकरी में 20 से 25,00,000 रुपए की बचत एक सैनिक कर पाएगा और बाद में भी उसे नौकरी की अपार संभावनाएं होंगी.

यह योजना पूर्व सैनिकों के साथ खिलवाड़: हिमाचल कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के अध्यक्ष रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल धर्मेंद्र सिंह पटियाल कहते हैं कि यह योजना पूर्व सैनिकों के साथ खिलवाड़ है. इस योजना के चलते युवा अपना भविष्य सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि यह देश की रक्षा के साथ भी खिलवाड़ है. यही कारण है कि युवा इस योजना के तहत भर्ती होने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं.

युवाओं ने दिखाई कम रूचि: 29 अगस्त से आठ सितंबर तक सुजानपुर टिहरा में आयोजित हो रही भर्ती प्रक्रिया में विभिन्न श्रेणियों में भर्ती होगी. अग्निवीर जीडी, टेक्निकल, क्लर्क स्टोर कीपर और ट्रेड्समैन वर्ग में यहां पर भर्ती होगी. विभिन्न श्रेणियों में भर्ती के बावजूद आवेदन अपेक्षाकृत कम देखने को (youngsters not showing interest in Agneepath) मिले. पूर्व में जब हर साल भर्ती आयोजित होती थी तो इससे अधिक आवेदन प्राप्त होते थे, लेकिन तीन साल बाद आयोजित हो रही भर्ती में युवाओं अपेक्षाकृत कम रूचि दिखाते नजर आ रहे हैं.

Recruitment of Agniveers in hamirpur
वीरभूमि में नहीं दिख रहा अग्निवीर बनने के लिए जोश.

लिखित परीक्षा उर्तीण करने वालों को नहीं मिला मौका: अग्निपथ भर्ती योजना के लाॅचिंग के वक्त ही पूर्व में चल रही भर्ती प्रक्रियाओं को रद्द कर दिया गया था. सरकार के इस फैसले से सेना भर्ती का ग्राउंड टेस्ट पास कर लिखित परीक्षा का इंतजार कर युवाओं को खासा झटका लगा था. इन युवाओं ने सड़कों पर उतर कर इस योजना का विरोध किया था और उन्होंने लिखित परीक्षा का एक मौका दिए जाने की मांग उठाई थी. लंबे समय के बाद भर्ती आने के कारण इन युवाओं की भर्ती की उम्र भी निकल गई है.

परिवारों में देश सेवा की परपंरा: हिमाचल प्रदेश में हर तीसरे घर से एक सैनिक देश की सेवा में है. खासकर कांगड़ा व हमीरपुर जिले में तो ये एक परंपरा सी चली आ रही है. हिमाचल के वीर लाला राम और भंडारी राम को विक्टोरिया क्रॉस सम्मान मिल चुका है. इस समय सत्तासीन पार्टी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल से हैं. जीवित योद्धा परमवीर संजय कुमार जेपी नड्डा के गृह जिला बिलासपुर से ही हैं. हिमाचल प्रदेश में तीन लाख परिवार किसी न किसी रूप से सेना व अन्य सुरक्षा बलों से जुड़े हुए हैं.

Recruitment of Agniveers in hamirpur
हिमाचल में अग्निपथ भर्ती योजना के लिए तीन जिलों में युवाओं का रूझान बेहद कम नजर आया.

हमीरपुर में अधिक पूर्व सैनिक परिवार: यदि सेवारत सैनिकों व अफसरों की बात की जाए तो हिमाचल प्रदेश के थलसेना में ही 55 हजार अफसर व जवान हैं. सेवारत सैनिकों के स्पष्ट आंकड़े प्रदेश सरकार के पास नहीं है, लेकिन अर्धसैनिक बलों और तीन सेनाओं को मिलाकर यह आकड़ा भी एक लाख से कहीं अधिक है. सैनिक कल्याण विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर मदनशील शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 1 लाख 62 हजार से भूतपूर्व फौजी परिवार हैं. 1 लाख 24 पूर्व सैनिक हैं और 39 हजार पूर्व सैनिकों की विधवा है. हमीरपुर जिले में पूर्व सैनिकों की विधवा की संख्या प्रदेश में सबसे अधिक 10 हजार है. 15 लाख की आबादी वाले कांगड़ा में 62 हजार पूर्व सैनिक परिवार हैं. हमीरपुर में जनसंख्या की दृष्टिगत औसतन अधिक पूर्व सैनिक परिवार हैं.

बहादुरी के लिए जाने जाते हैं हिमाचल के वीर सैनिक: छोटे पहाड़ी राज्य में शौर्य की परंपरा निरंतर मजबूत होती चली आ रही है. हिमाचल के सैन्य अफसरों व जांबाजों ने युद्ध के मैदान और अन्य बहादुरी की कहानियों को साकार रूप देते हुए 1160 से अधिक शौर्य सम्मान हासिल किए हैं. इनमें भारतीय सेना के सर्वोच्च सम्मान के तौर पर 4 परमवीर चक्र, दो अशोक चक्र, दस महावीर चक्र, 18 कीर्ति चक्र 51 वीरचक्र, 89 शौर्य चक्र व 985 अन्य सेना मेडल शामिल है. आबादी के लिहाज से देखा जाए तो भारतीय सेना को मिले शौर्य सम्मानों में से हर दसवां मेडल हिमाचली के वीर के सीने पर सजा है.

अग्निवीरों की भर्ती के लिए उम्मीदवार अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड करें: सेना भर्ती कार्यालय हमीरपुर के निदेशक कर्नल संजीव कुमार ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत हमीरपुर, ऊना और बिलासपुर जिले के अग्निवीरों के लिए सेना भर्ती 29 अगस्त से 8 सितंबर तक हमीरपुर जिले के सुजानपुर टीहरा में आयोजित की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस बार विभिन्न श्रेणियों में कुल 22 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिन अभ्यर्थियों ने इस भर्ती के लिए आवेदन किया है उनके एडमिट कार्ड वेबसाइट सेना की बेवसाइट पर व ई-मेल के माध्यम से सभी अभ्यर्थियों को भेज दिये गये हैं. उन्होंने बताया कि रैली में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड का साफ सुथरा प्रिंट के अलावा आधार कार्ड और शैक्षणिक प्रमाण पत्र की अनुमोदित प्रतियां दो फोटोग्राफी सहित लाना अनिवार्य है.

इसके अतिरिक्त बोनाफाइड हिमाचली डोगरा क्लास व जाति प्रमाण पत्र, धर्म, स्कूल चरित्र प्रमाण पत्र, अविवाहित प्रमाण पत्र भूतपूर्व सैनिक पुत्र प्रमाण पत्र, एनसीसी, खेल प्रमाण, पत्र के अतिरिक्त सिंगल बैंक खाता पैन कार्ड आवासीय प्रूफ पुलिस कैरेक्टर प्रमाण पत्र और वेबसाइट में दी गई अधिसूचना के अनुसार शपथ पत्र की प्रतियां भी प्रस्तुत करना अनिवार्य है. उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए भर्ती कार्यालय दूरभाष नंबर 01972-222214 पर संपर्क कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें- सिरमौर में कार और स्कूटी के बीच टक्कर, एक युवक की मौत, एक अन्य घायल

हमीरपुर: हिमाचल में अग्निपथ भर्ती योजना के लिए तीन जिलों में युवाओं का रूझान बेहद कम नजर आया (Agneepath scheme in himachal) है. रोचक यह है कि इसमें वीरभूमि कहे जाने वाले हमीरपुर जिला भी शामिल है. तीन साल के बाद सेना भर्ती का मौका मिलने के बावजूद युवाओं में इस बार उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है. प्रदेश में बेरोजगारों का सरकारी आंकड़ा 15 लाख के करीब है. ऐसे में इतने कम आवेदन नई भर्ती योजना के प्रति युवाओं की नाराजगी का स्पष्ट इशारा (Agneepath scheme recruitment ) है.

वीरभूमि हमीरपुर के सुजानपुर में 29 अगस्त से अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती (Recruitment of Agniveers in Sujanpur) होगी. भर्ती के पंजीकरण का दौर खत्म हो चुका है. तीनों जिलों से महज 22 हजार के लगभग आवेदन विभिन्न श्रेणियों के लिए प्राप्त हुए हैं. सेना भर्ती कार्यलय हमीरपुर की तरफ से सुजानपुर टीहरा के चैगान में 29 अगस्त से आठ सितंबर तक भर्ती प्रक्रिया आयोजित होगी. हमीरपुर जिले में हर तीसरा परिवार सेना से जुड़ा (Recruitment of Agniveers in hamirpur) है. ऐसे में यह उम्मीद लगाई जा रही है कि तीन साल के बाद आयोजित हो रही भर्ती में ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर से इस बार भारी संख्या में युवा सेना भर्ती का रूख करेंगे, लेकिन सेना भर्ती नियमों में किए गए बदलावों के चलते युवाओं ने इसमें कम ही रूख दिखाया है.

गौरतलब है कि अग्निपथ भर्ती योजना की लाॅचिंग के वक्त ही हमीरपुर जिले में बड़े प्रदर्शन देखने को मिले थे, यहां पर युवाओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ दो से तीन दिनों तक सड़कों पर उतर कर इस योजना का विरोध जताया था. ईटीवी भारत ने इस नई भर्ती योजना को लेकर पूर्व सैनिकों, कांग्रेस और भाजपा के पूर्व सैनिक विभाग से जुड़े हुए पदाधिकारियों की राय जानी है.

क्या कहते हैं पूर्व सैनिक: एक्स सर्विसमैन लीग ढटवाल क्षेत्र के उपाध्यक्ष रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल हंसराज चंदेल ने कहा कि इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवा में सेना के प्रति समर्पण की भावना कभी भी जागृत नहीं हो पाएगी. 4 साल में ना तो फौजी तैयार हो पाएगा और ना ही वह समर्पण की भावना से देश सेवा कर (Recruitment of Agniveers in himachal) पाएगा. नई भर्ती योजना में बहुत अधिक कमियां है. सरकार को इस योजना में व्यापक स्तर पर बदलाव करने की जरूरत है.

Recruitment of Agniveers in hamirpur
हमीरपुर के सुजानपुर में 29 अगस्त से अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती होगी.

अग्निपथ भर्ती योजना शानदार योजना: हिमाचल भाजपा पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक रिटायर्ड सूबेदार मेजर सेना मेडल रंजीत ठाकुर ने बताया कि अग्निपथ भर्ती योजना शानदार योजना है. जिसमें बेरोजगारी से युवाओं को राहत मिलेगी. महज 4 साल की नौकरी में 20 से 25,00,000 रुपए की बचत एक सैनिक कर पाएगा और बाद में भी उसे नौकरी की अपार संभावनाएं होंगी.

यह योजना पूर्व सैनिकों के साथ खिलवाड़: हिमाचल कांग्रेस पूर्व सैनिक विभाग के अध्यक्ष रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल धर्मेंद्र सिंह पटियाल कहते हैं कि यह योजना पूर्व सैनिकों के साथ खिलवाड़ है. इस योजना के चलते युवा अपना भविष्य सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि यह देश की रक्षा के साथ भी खिलवाड़ है. यही कारण है कि युवा इस योजना के तहत भर्ती होने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं.

युवाओं ने दिखाई कम रूचि: 29 अगस्त से आठ सितंबर तक सुजानपुर टिहरा में आयोजित हो रही भर्ती प्रक्रिया में विभिन्न श्रेणियों में भर्ती होगी. अग्निवीर जीडी, टेक्निकल, क्लर्क स्टोर कीपर और ट्रेड्समैन वर्ग में यहां पर भर्ती होगी. विभिन्न श्रेणियों में भर्ती के बावजूद आवेदन अपेक्षाकृत कम देखने को (youngsters not showing interest in Agneepath) मिले. पूर्व में जब हर साल भर्ती आयोजित होती थी तो इससे अधिक आवेदन प्राप्त होते थे, लेकिन तीन साल बाद आयोजित हो रही भर्ती में युवाओं अपेक्षाकृत कम रूचि दिखाते नजर आ रहे हैं.

Recruitment of Agniveers in hamirpur
वीरभूमि में नहीं दिख रहा अग्निवीर बनने के लिए जोश.

लिखित परीक्षा उर्तीण करने वालों को नहीं मिला मौका: अग्निपथ भर्ती योजना के लाॅचिंग के वक्त ही पूर्व में चल रही भर्ती प्रक्रियाओं को रद्द कर दिया गया था. सरकार के इस फैसले से सेना भर्ती का ग्राउंड टेस्ट पास कर लिखित परीक्षा का इंतजार कर युवाओं को खासा झटका लगा था. इन युवाओं ने सड़कों पर उतर कर इस योजना का विरोध किया था और उन्होंने लिखित परीक्षा का एक मौका दिए जाने की मांग उठाई थी. लंबे समय के बाद भर्ती आने के कारण इन युवाओं की भर्ती की उम्र भी निकल गई है.

परिवारों में देश सेवा की परपंरा: हिमाचल प्रदेश में हर तीसरे घर से एक सैनिक देश की सेवा में है. खासकर कांगड़ा व हमीरपुर जिले में तो ये एक परंपरा सी चली आ रही है. हिमाचल के वीर लाला राम और भंडारी राम को विक्टोरिया क्रॉस सम्मान मिल चुका है. इस समय सत्तासीन पार्टी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल से हैं. जीवित योद्धा परमवीर संजय कुमार जेपी नड्डा के गृह जिला बिलासपुर से ही हैं. हिमाचल प्रदेश में तीन लाख परिवार किसी न किसी रूप से सेना व अन्य सुरक्षा बलों से जुड़े हुए हैं.

Recruitment of Agniveers in hamirpur
हिमाचल में अग्निपथ भर्ती योजना के लिए तीन जिलों में युवाओं का रूझान बेहद कम नजर आया.

हमीरपुर में अधिक पूर्व सैनिक परिवार: यदि सेवारत सैनिकों व अफसरों की बात की जाए तो हिमाचल प्रदेश के थलसेना में ही 55 हजार अफसर व जवान हैं. सेवारत सैनिकों के स्पष्ट आंकड़े प्रदेश सरकार के पास नहीं है, लेकिन अर्धसैनिक बलों और तीन सेनाओं को मिलाकर यह आकड़ा भी एक लाख से कहीं अधिक है. सैनिक कल्याण विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर मदनशील शर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में 1 लाख 62 हजार से भूतपूर्व फौजी परिवार हैं. 1 लाख 24 पूर्व सैनिक हैं और 39 हजार पूर्व सैनिकों की विधवा है. हमीरपुर जिले में पूर्व सैनिकों की विधवा की संख्या प्रदेश में सबसे अधिक 10 हजार है. 15 लाख की आबादी वाले कांगड़ा में 62 हजार पूर्व सैनिक परिवार हैं. हमीरपुर में जनसंख्या की दृष्टिगत औसतन अधिक पूर्व सैनिक परिवार हैं.

बहादुरी के लिए जाने जाते हैं हिमाचल के वीर सैनिक: छोटे पहाड़ी राज्य में शौर्य की परंपरा निरंतर मजबूत होती चली आ रही है. हिमाचल के सैन्य अफसरों व जांबाजों ने युद्ध के मैदान और अन्य बहादुरी की कहानियों को साकार रूप देते हुए 1160 से अधिक शौर्य सम्मान हासिल किए हैं. इनमें भारतीय सेना के सर्वोच्च सम्मान के तौर पर 4 परमवीर चक्र, दो अशोक चक्र, दस महावीर चक्र, 18 कीर्ति चक्र 51 वीरचक्र, 89 शौर्य चक्र व 985 अन्य सेना मेडल शामिल है. आबादी के लिहाज से देखा जाए तो भारतीय सेना को मिले शौर्य सम्मानों में से हर दसवां मेडल हिमाचली के वीर के सीने पर सजा है.

अग्निवीरों की भर्ती के लिए उम्मीदवार अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड करें: सेना भर्ती कार्यालय हमीरपुर के निदेशक कर्नल संजीव कुमार ने बताया कि अग्निपथ योजना के तहत हमीरपुर, ऊना और बिलासपुर जिले के अग्निवीरों के लिए सेना भर्ती 29 अगस्त से 8 सितंबर तक हमीरपुर जिले के सुजानपुर टीहरा में आयोजित की जा रही है. उन्होंने बताया कि इस बार विभिन्न श्रेणियों में कुल 22 हजार आवेदन प्राप्त हुए हैं. जिन अभ्यर्थियों ने इस भर्ती के लिए आवेदन किया है उनके एडमिट कार्ड वेबसाइट सेना की बेवसाइट पर व ई-मेल के माध्यम से सभी अभ्यर्थियों को भेज दिये गये हैं. उन्होंने बताया कि रैली में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड का साफ सुथरा प्रिंट के अलावा आधार कार्ड और शैक्षणिक प्रमाण पत्र की अनुमोदित प्रतियां दो फोटोग्राफी सहित लाना अनिवार्य है.

इसके अतिरिक्त बोनाफाइड हिमाचली डोगरा क्लास व जाति प्रमाण पत्र, धर्म, स्कूल चरित्र प्रमाण पत्र, अविवाहित प्रमाण पत्र भूतपूर्व सैनिक पुत्र प्रमाण पत्र, एनसीसी, खेल प्रमाण, पत्र के अतिरिक्त सिंगल बैंक खाता पैन कार्ड आवासीय प्रूफ पुलिस कैरेक्टर प्रमाण पत्र और वेबसाइट में दी गई अधिसूचना के अनुसार शपथ पत्र की प्रतियां भी प्रस्तुत करना अनिवार्य है. उन्होंने बताया कि अधिक जानकारी के लिए भर्ती कार्यालय दूरभाष नंबर 01972-222214 पर संपर्क कर सकते हैं.

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