हमीरपुर: जिला के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी में शिक्षक दिवस के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल मुख्यातिथि के रुप में मौजूद रहे.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि गुरू और शिक्षक का रिश्ता पवित्र माना जाता है, लेकिन ये रिश्ता महज किताबों और स्कूलों तक ही सीमित नहीं होता है. उन्होंने कहा कि कई बार जिंदगी में अनढ़ व्यक्ति भी विद्वानों को सबक सिखा जाता है, बशर्ते विद्वानों में सीखने की लालसा होनी चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल ने कहा कि जब वो कॉलेज में पढ़ाते थे, तब वो कॉलेज की कैंटीन में खाना खाते थे. एक दिन वो कैंटीन में खाना खाने पहुंचे तो वहां पर लगभग सभी मेज खाली थी, वो एक मेज पर जाकर बैठ गए. इसी बीच एक किसान वहां आया और उनके साथ टेबल पर बैठ गया. मेज के पास एक वेटर आया उसने दो खाली गिलास और एक पानी से भरा जग रख दिया. इसके बाद अनपढ़ किसान ने पहले मेरे गिलास में पानी डाला फिर अपने गिलास में, इससे मुझे सीख मिली की पहले दूसरों की सेवा करने की सीख मिली थी.