सुजानपुरः जिला हमीरपुर के सुजानपुर सिविल अस्पताल में आए दिन मरीजों को हो रही परेशानी की शिकायतों के बाद उपमंडल अधिकारी शिल्पी वेक्टा ने बुधवार सुबह सुजानपुर सिविल अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान मौके पर अस्पताल में कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था.
अस्पताल में डाक्टरों के कार्यालयों के बाहर मरीजों की लंबी कतारें लगी हुई थी. उपमंडल अधिकारी द्वारा मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए कारण बताओ नोटिस विभाग को जारी कर दिया है और भविष्य में कोताही बरतने पर सख्त कार्रवाई अमल में लाने की बात कही गई है.
साथ ही उपमंडल अधिकारी शिल्पी वेक्टा ने विभाग को अस्पताल में सूचना पट पर डॉक्टरों की सूची लगाने के निर्देश दिए हैं. आप को बता दें कि सुजानपुर सिविल हस्पताल में डॉक्टर के स्वीकृत सभी 6 पद भरे हुए हैं, लेकिन विभाग की लापरवाही के चलते जनरल ओपीडी में एक या दो डॉक्टर ही बैठते हैं जिसके कारण सुजानपुर सिविल अस्पताल की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग रहे थे.
प्रयोगशाला सहायक का पद भी पिछले 2 साल से खाली
वहीं, अस्पताल में प्रयोगशाला सहायक का पद भी पिछले 2 साल से खाली चल रहा है और विभाग गांव से पीएससी जंगल बेरी से डेपुटेशन पर लगातार प्रयोगशाला सहायक को बुला रहा है, जिससे पीएससी जंगल बेरी के लोगों को टेस्ट करवाने के लिए काफी पैसा बाहर खर्च करना पड़ रहा है .
उपमंडल अधिकारी शिल्पी वेक्टा ने बताया कि अस्पताल में मरीजों को आए दिन हो रही दिक्कतों की शिकायतों पर निरीक्षण किया गया है. गौर-मौजुदगी को लेकर विभाग व बीएमओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है.
गौरतलब है कि इस सिविल अस्पताल में ओपीडी लगभग 300 के लगभग है और यहां हमीरपुर जिला के ही नहीं बल्कि मंडी और कांगड़ा के लोग भी अपना इलाज करवाने के लिए इस हॉस्पिटल का रुख करते हैं लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.
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