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धौलासिद्ध प्रोजेक्ट में बाहरी लोगों की भर्तियों पर भड़के लोग, 10 दिन का दिया अल्टीमेटम - Dhaulasidh Project Hamirpur

Dhaulasidh Project Hamirpur, धौलासिद्ध प्रोजेक्ट में भर्ती अनुबंध को ताक पर रखकर बाहरी राज्यों के लोगों की भर्ती और जमीन अधिग्रहण के मसले पर खूब प्रदर्शन हुआ. भारी बारिश के कारण एसजेवीएन प्रबंधन के कार्यलय के भीतर ही लोगों ने प्रदर्शन किया. यहां पर कांग्रेस नेता ने अधिकारी से सवाल पूछे और अधिकारी ने जबाव दिए. जबाव से जब लोग संतुष्ट नहीं हुए तो जिन लोगों को बाहरी राज्यों से भर्ती किया गया है उन्हें 10 दिन के भीतर निकालने का अल्टीमेटम लोगों की तरफ से दिया गया है.

Dhaulasidh Project Hamirpur
धौलासिद्ध प्रोजेक्ट में भर्तियों के खिलाफ प्रदर्शन.
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Published : Aug 24, 2022, 4:02 PM IST

हमीरपुर: धौलासिद्ध प्रोजेक्ट में भर्ती अनुबंध को ताक पर रखकर बाहरी राज्यों के लोगों की भर्ती और जमीन अधिग्रहण के मसले पर खूब प्रदर्शन हुआ. भारी बारिश के बावजूद दर्जनों गांवों के लोग इस प्रदर्शन में शमिल हुए. प्रदर्शन के दौरान (Dhaulasidh Project Hamirpur) एक तरफ नेता ने सवाल किए और अधिकारी ने जबाव दिए. सवाल जबाव के इस सिलसिले में आखिरकार असंतुष्ट लोगों ने 10 दिन का अल्टीमेटम परियोजना प्रबंधन को दिया है.

इस प्रदर्शन की अगुवाई हिमाचल कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग अध्यक्ष अभिषेक राणा ने की. भारी बारिश के कारण एसजेवीएन प्रबंधन के कार्यलय के भीतर ही लोगों ने प्रदर्शन किया. यहां पर कांग्रेस नेता ने अधिकारी से सवाल पूछे और अधिकारी ने जबाव दिए. जबाव से जब लोग संतुष्ट नहीं हुए तो जिन लोगों को बाहरी राज्यों से भर्ती किया गया है उन्हें 10 दिन के भीतर निकालने का अल्टीमेटम लोगों की तरफ से दिया गया है.

वीडियो.

लोगों का स्पष्ट कहना है कि बाहरी राज्यों (Recruitment in Dhaulasidh Project) के लोगों को तुरंत निकाल कर नए सिरे से भर्ती कर योजना के प्रभावितों को नौकरी दी जाए. जमीन को सेल परचेज एक्ट की बजाए भूमि अधिग्रहण के केंद्र सरकार के कानून के तहत अधिगृहित किया जाए. स्थानीय प्रभावित युवा का कहना कि कम दामों पर जमीनें ली गई है. न जो जमीनों के उचित दाम मिले और न ही अब नौकरी दी जा रही है. स्थानीय महिला का कहना है कि उनके बच्चे बेरोजगार घर पर बैठे हैं. लोगों ने यह सोच कर सस्ते दामों में जमीन दी थी कि उन्हें रोजगार मिलेगा. 10 दिन के भीतर यदि मांगे पूरी नहीं हो जाती तो बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा.

हिमाचल कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग अध्यक्ष अभिषेक राणा ने कहा कि एसजेवीएन प्रोजेक्ट का निर्माण ऋत्विक कंपनी को ठेका दिया. अनुबंध के मुताबिक स्थानीय लोगों की बजाए बाहरी राज्यों के 140 लोगों को रोजगार दिया गया है. यदि स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जाएगा तो वह खामोश नहीं बैठेंगे. जमीन अधिग्रहण के मसले पर लोगों ने कोर्ट जाने का निर्णय लिया है और नौकरी देने के विषय पर 10 दिन का अल्टीमेटम परियोजना प्रबंधन को दिया गया है.

Dhaulasidh Project Hamirpur
धौलासिद्ध प्रोजेक्ट में भर्तियों के खिलाफ प्रदर्शन.

एसजेवीएन के साइट इंचार्ज परविंदर अवस्थी का कहना कि ऋत्विक कंपनी भी नियमों के तहत कार्य कर रही है. कुछ ऐसे वर्कर जो हिमाचल में नहीं मिल पाए उनकी भर्ती बाहर से की गई है. नियमों के तहत ही कार्य किया जा रहा है. प्रभावित और स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए प्राथमिकता दी गई है.

ये भी पढ़ें- हमीरपुर में सड़क पर घूमता दिखा तेंदुआ,सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

हमीरपुर: धौलासिद्ध प्रोजेक्ट में भर्ती अनुबंध को ताक पर रखकर बाहरी राज्यों के लोगों की भर्ती और जमीन अधिग्रहण के मसले पर खूब प्रदर्शन हुआ. भारी बारिश के बावजूद दर्जनों गांवों के लोग इस प्रदर्शन में शमिल हुए. प्रदर्शन के दौरान (Dhaulasidh Project Hamirpur) एक तरफ नेता ने सवाल किए और अधिकारी ने जबाव दिए. सवाल जबाव के इस सिलसिले में आखिरकार असंतुष्ट लोगों ने 10 दिन का अल्टीमेटम परियोजना प्रबंधन को दिया है.

इस प्रदर्शन की अगुवाई हिमाचल कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग अध्यक्ष अभिषेक राणा ने की. भारी बारिश के कारण एसजेवीएन प्रबंधन के कार्यलय के भीतर ही लोगों ने प्रदर्शन किया. यहां पर कांग्रेस नेता ने अधिकारी से सवाल पूछे और अधिकारी ने जबाव दिए. जबाव से जब लोग संतुष्ट नहीं हुए तो जिन लोगों को बाहरी राज्यों से भर्ती किया गया है उन्हें 10 दिन के भीतर निकालने का अल्टीमेटम लोगों की तरफ से दिया गया है.

वीडियो.

लोगों का स्पष्ट कहना है कि बाहरी राज्यों (Recruitment in Dhaulasidh Project) के लोगों को तुरंत निकाल कर नए सिरे से भर्ती कर योजना के प्रभावितों को नौकरी दी जाए. जमीन को सेल परचेज एक्ट की बजाए भूमि अधिग्रहण के केंद्र सरकार के कानून के तहत अधिगृहित किया जाए. स्थानीय प्रभावित युवा का कहना कि कम दामों पर जमीनें ली गई है. न जो जमीनों के उचित दाम मिले और न ही अब नौकरी दी जा रही है. स्थानीय महिला का कहना है कि उनके बच्चे बेरोजगार घर पर बैठे हैं. लोगों ने यह सोच कर सस्ते दामों में जमीन दी थी कि उन्हें रोजगार मिलेगा. 10 दिन के भीतर यदि मांगे पूरी नहीं हो जाती तो बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा.

हिमाचल कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग अध्यक्ष अभिषेक राणा ने कहा कि एसजेवीएन प्रोजेक्ट का निर्माण ऋत्विक कंपनी को ठेका दिया. अनुबंध के मुताबिक स्थानीय लोगों की बजाए बाहरी राज्यों के 140 लोगों को रोजगार दिया गया है. यदि स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जाएगा तो वह खामोश नहीं बैठेंगे. जमीन अधिग्रहण के मसले पर लोगों ने कोर्ट जाने का निर्णय लिया है और नौकरी देने के विषय पर 10 दिन का अल्टीमेटम परियोजना प्रबंधन को दिया गया है.

Dhaulasidh Project Hamirpur
धौलासिद्ध प्रोजेक्ट में भर्तियों के खिलाफ प्रदर्शन.

एसजेवीएन के साइट इंचार्ज परविंदर अवस्थी का कहना कि ऋत्विक कंपनी भी नियमों के तहत कार्य कर रही है. कुछ ऐसे वर्कर जो हिमाचल में नहीं मिल पाए उनकी भर्ती बाहर से की गई है. नियमों के तहत ही कार्य किया जा रहा है. प्रभावित और स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए प्राथमिकता दी गई है.

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