हमीरपुर: इसे गजब सरकारी व्यवस्था ही कहेंगे की एक महिला को जीते जी तो कुछ नहीं दिया लेकिन मरने के बाद विभाग ने हजारों रुपये की पेंशन खाते में डाल दी. हमीरपुर जिला में ऐसा मामला सामने आया है जिसमें विभाग ने मरणोपरांत एक महिला के बैंक खाते में सामाजिक सुरक्षा पेंशन डाल दी गई.
जब तक महिला जीवित थी तब किसी और के बैंक खाते में पैसा जाता रहा. मरणोपरांत राशि महिला के बैंक खाते में डाली गई है. मृतका महिला के बेटे की तफ्तीश के बाद यह मामला उजागर हुआ है. मरणोपरांत महिला के खाते में 3900 रुपये डाल दिए गए. जीवित रहते महिला के बैंक खाते में एक भी रुपये नहीं आया. मामला उपमंडल बड़सर की पंचायत दलचेहड़ा के गांव दलचेहड़ा का है.
इस गांव की निवासी बंती देवी पत्नी ज्ञान चंद की सामाजिक सुरक्षा पेंशन किसी अन्य खाते में ही डाली जाती रही. बंती देवी की मृत्यु 16 नवंबर 2018 को हुई थी. अप्रैल 2018 से उसको वृद्धावस्था पेंशन मिलना शुरू हुआ. जब महिला अगस्त 2018 को तहसील कल्याण अधिकारी बड़सर के पास गई तो बताया गया कि अप्रैल 2018 से लेकर अक्टूबर 2018 तक पेंशन आपके खाते में डाल दी जाएगी.
16 नवंबर 2018 को बंती देवी की मृत्यु हो जाती है. जब क्रिया कर्म के बाद उसका बेटा कुलदीप चंद जनवरी 2019 में तहसील कल्याण अधिकारी बड़सर के पास जाता है तो उसे वहां पर पता चलता है कि अप्रैल 2018 से लेकर दिसंबर 2018 तक कुल 11700 रुपये डाले गए हैं. जब वह बैंक गया तो वहां पता चला कि उसकी मां के खाते में एक पैसा भी नहीं डाला गया. महिला का खाता कांगड़ा सहकारी बैंक चकमोह का था. इसी नंबर का खाता आंध्रप्रदेश के एसबीआई बैंक में किसी अन्य व्यक्ति का है, जिसमें राशि डाली गई है.
क्या कहते हैं जिला कल्याण अधिकारी संजीव शर्मा
जिला कल्याण अधिकारी संजीव शर्मा का कहना है कि मुझे इस बारे में आपके माध्यम से ही पता चला है. जल्द ही सारे मामले की छानबीन कर जीवित रहने पर जितनी पेंशन बंती देवी की बनती है वह इनके खाते में डाल दी जाएगी.
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