हमीरपुर: जिला में अभी तक बस सेवा पूरी तरह से बहाल नहीं हो सकी है. बस किराये में बेशक बढ़ोतरी कर दी गई है, लेकिन अधिकतर बस रूटों पर यात्रियों को ना तो सरकारी बसें मिल रही हैं और ना ही निजी बस सेवा मिल पा रही है. ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
आरटीओ हमीरपुर वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि लोगों को असुविधा ना हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब लोगों को निजी बस सेवा भी मिल रही है, लेकिन एचआरटीसी के माध्यम से दूरदराज के क्षेत्रों में यातायात सुविधाओं के लिए प्रयास किया जा रहा है.
वहीं, निजी बस ऑपरेटर्स की मानें तो अभी तक सरकार ने उनकी अधिकतर मांगें पूरी नहीं की हैं, जिससे वो घाटे में चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि मांगें न पूरी होने के कारण बस ऑपरेटर्स को रोजगार का संकट पैदा हो गया है.
बता दें कि लंबे समय से कई क्षेत्रों में बस रूट प्रभावित हैं. अनलॉक प्रक्रिया के बाद भी ये बस रूट बहाल नहीं हो सके हैं, जिससे लोगों को दिक्कतें पेश आ रही हैं. जिला में लोगों को सरकारी बस सेवा लगभग 50 रूटों पर मिल रही है, जबकि 20 से 30 प्रतिशत निजी बस के रूट यातायात के लिए बहाल हुए हैं.
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