हमीरपुरः सीटू राज्य कमेटी के आह्वान पर जिला हमीरपुर में मिड-डे मील वर्कर्स यूनियन व सीटू के बैनर तले मिड डे मील कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर गांधी चौक पर धरना प्रदर्शन किया. मिड डे मील कर्मी स्कूलों में खाना बनाने और परोसने का काम करते हैं. मिड-डे मील कर्मचारियों जो स्कूल के अन्य कर्मचारियों की तरह 9 बजे से लेकर 3 बजे तक काम करते हैं, लेकिन उन्हें सरकार की तरफ से निर्धारित न्यूनतम वेतन तक नहीं मिल रहा है.
सीटू के जिला सचिव सुरेश ठाकुर ने कहा कि हमारी प्रमुख मांगे मिड डे मील कर्मचारी सैकड़ों हिसाब से बच्चों को खाना बनाने का काम करते हैं. मिड-डे मील कर्मचारियों में सरकार के प्रति व्यापक रोष है. दूसरी तरफ उन्हें सरकार की तरफ से कोई छुट्टियों का प्रावधान भी नहीं है और अगर छुट्टी कर ली जाती है, तो उसका भी वेतन काट लिया जाता है. जिससे मिड-डे मील कर्मचारियों का दोहरा शोषण सरकार द्वारा किया जा रहा है.
बता दें कि धरने के माध्यम से मिड-डे मील कर्मचारियों की यह मांग है कि प्रदेश सरकार उन्हें नियमित करके सरकारी कर्मचारी घोषित करें और हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन मिले. उसी के साथ उसमें सालाना बढ़ोतरी भी की जाए और रिटायरमेंट की उम्र के बाद पेंशन का प्रावधान हो. मिड-डे मील कर्मचारियों को छुट्टियों का भी प्रावधान किया जाए और उसमें कोई भी उनके वेतन के अंदर कटौती ना हो.
ये भी पढ़ें- सवालों के घेरे में 3000 ऑक्सीमीटर खरीद मामला, स्वास्थ्य मंत्री बोले: गंभीरता से होगी जांच
ये भी पढ़ें- प्रदेश में 31 अक्टूबर तक छात्रों के लिए नहीं खुलेंगे स्कूल, विभाग ने लिया फैसला