सुजानपुर: थोड़े अंतराल के बाद सुजानपुर में रविवार 26 सितंबर का दिन खूब गहमागहमी भरा रहा. मौका पटलांदर में आयोजित महिला मंडल व पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मान समारोह का था. जहां 2 दर्जन से ज्यादा लोगों ने बीजेपी को अलविदा कह कर कांग्रेस पार्टी का हाथ थामा है. इस सम्मान समारोह में विधायक राजेंद्र राणा ने अपने सेवा संकल्प को निरंतर जारी रखते हुए 9 महिला मंडलों को 12-12 हजार रुपए व टेंट देकर सम्मानित किया, जबकि चुने हुए प्रतिनिधियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
विधायक राणा ने सम्मान समारोह में उमड़े जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि सुजानपुर में सियासी प्रतिशोध के कारण विकास को रोका गया है. क्योंकि व्यक्तिगत विरोध के कारण अब बीजेपी की सियासत ने सुजानपुर की जनता को ही विरोधी मान लिया है. राणा ने रुके हुए विकास को लेकर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा है कि चंद रोज की बात है उसके बाद सरकार बनते ही सुजानपुर के विकास कार्यों को दोगुनी नहीं चौगुनी गति से शुरु किया जाएगा.
राणा ने कहा कि समाज में जब कोई काम सबके साथ मिलकर किया जाता है तो समाज में एक बड़ी क्रांति घटित होती है. लेकिन दुर्भाग्य यह है कि सुजानपुर में सरकार के नाम पर विकास कार्य को रोका जा रहा है. उन्होंने कहा कि जानकारी तो यह भी आई है कि पीडब्ल्यूडी विभाग के साथ सभी विभागों को सरकार के नाम पर हिदायत दी गई है कि जो सुजानपुर में विधायक प्राथमिकता के काम चले हैं जिनका बजट स्वीकृत है, उन तमाम कामों को लंबित किया जाए.
सुजानपुर में बनने वाला टाउन हॉल, सुजानपुर अस्पताल का विकास, सड़कों को ठीक करवाने का विकास, क्षेत्र में बिजली के लोड की समस्या से निपटने के अनेक विकास कार्यों को सरकार के नाम पर ही रोका गया है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है. उन्होंने कहा कि राजनीति में हार-जीत सियासत व सत्ता का एक पहलु है, लेकिन पावर में रहते हुए और पावर से बाहर रहकर क्षेत्र के विकास को रोकने से बड़ा कोई गुनाह नहीं है और जो लोग सुजानपुर के विकास को रोक रहे हैं उनको निश्चित तौर पर उसकी सजा एक बार फिर मिलेगी.
राणा ने कहा कि बड़ा कार्यकर्ता और बड़ा नेता वह होता है जिसका दिल बड़ा होता है. उन्होंने कहा कि सुजानपुर में उनके कार्यकाल में पार्टियों का भेद पूरी तरह खत्म रहा है. उन्होंने कहा कि विकास के लिए वह सब को एक नजर से देखते आ रहे हैं. क्योंकि विकास हर आदमी का मूलभूत अधिकार है. विकास नेताओं की बपोती नहीं कार्यकर्ताओं व जनता का हक है. इसलिए वह हर दम सुजानपुर के विकास के लिए संघर्षरत रहते हैं.
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