हमीरपुर: टिकट आवंटन में लंबी जोड़-तोड़ करने के बावजूद भी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस हर संसदीय क्षेत्र में चारों खाने चित हुई. बंपर जीत के बाद अब राष्ट्रीय राजनीति में छोटे से राज्य हिमाचल को बड़ी सौगात मिल सकती है. बिलासपुर से प्रत्याशी मैदान में उतारकर और बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुरेश चंदेल को साथ लेकर कांग्रेस ने धरतीपुत्र का नारा तो दिया था लेकिन केंद्र में धाक जमाए बैठे एक और धरती पुत्र जगत प्रकाश नड्डा ने भाजपा को अपने घर में मायूस नहीं होने दिया.
जेपी नड्डा यूपी के प्रभारी थे और उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत यूपी में भी भाजपा की बेहतर जीत हुई है. यहां पर महागठबंधन से मुकाबला था इसके बावजूद भी नड्डा के कौशल और भाजपा कार्यकर्ताओं की ताकत के सामने अन्य विपक्षी दलों की एक नहीं चल पाई. यहां तक कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भी अपनी पारंपरिक सीट अमेठी से हार का सामना करना पड़ा. कहीं ना कहीं यूपी में इस शानदार प्रदर्शन और हिमाचल में लगभग हर प्रत्याशी की हुई चार लखिया जीत अब हिमाचल को एक नहीं बल्कि नड्डा और अनुराग के रूप में दो बड़े नेता दे सकती हैं.
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दो सौगात इसलिए क्योंकि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी की पारंपरिक सीट से चुनाव लड़ कर अब सरकार में आने के संकेत स्पष्ट किए हैं. वहीं, अब अध्यक्ष की कुर्सी भी एक और नए चेहरे के लिए खाली होगी. बता दें कि साल 2014 में भी अध्यक्ष की कुर्सी की दौड़ में जगत प्रकाश नड्डा और अमित शाह ही थे.
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एक नया इतिहास रच सकते हैं जेपी नड्डा
अब हालात अलग हैं अमित शाह अब सरकार में आएंगे और यूपी में बेहतर प्रदर्शन और अपने घर में भाजपा प्रत्याशियों की चार लखिया जीत को आधार बनाकर जगत प्रकाश नड्डा भी एक नया इतिहास रच सकते हैं. इतिहास शब्द इस परिप्रेक्ष्य से क्योंकि हिमाचल जैसे छोटे राज्य को राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी मिलना और साथ ही साथ उसी संसदीय क्षेत्र के एक युवा चेहरे को केंद्र में मंत्री की कुर्सी मिलना किसी करिश्मे से कम नहीं होगा. कम से कम हिमाचल जैसे छोटे राज्य के लिए तो यह एक करिश्मा ही होगा.
दो बड़ी सौगात का आधार बन सकता है शाह का वादा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिलासपुर में रैली के दौरान सांसद अनुराग ठाकुर को बड़ा नेता बनाने की घोषणा कर गए थे. वहीं, उनके लौटने के बाद घर को मजबूती देने के लिए उन्होंने जगत प्रकाश नड्डा को बिलासपुर भेज दिया था. बिलासपुर में रही सही कसर को जगत प्रकाश नड्डा ने पूरा कर बंपर जीत दिलाई तो प्रदेश भर में भी अकल्पनीय जीत भाजपा प्रत्याशियों को मिली है. हिमाचल में भाजपा प्रत्याशियों की चार लखिया जीत और यूपी का प्रभारी होते हुए जगत प्रकाश नड्डा का बेहतर प्रदर्शन तथा शाह का वादा हिमाचल जैसे छोटे राज्य के लिए एक नहीं बल्कि दो-दो बड़ी सौगात आधार बन सकता है.