हमीरपुर/ऊना: हमीरपुर में बूस्टर डोज को (Booster Dose in Hamirpur) लेकर फ्रंट लाइन वर्कर व 60 साल से उपर बुजुर्गों में काफी जागरूकता देखने को मिल रही है. बूस्टर डोज को लेकर लोग स्वयं आगे आकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर रहे हैं. हमीरपुर के राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज में बुस्टर डोज (Radhakrishnan Medical College Hamirpur) के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं, ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पडे़.
बूस्टर डोज को लगाने की मुहीम के चलते हमीरपुर जिला में प्रथम दिन ही साढ़े पांच सो से उपर लोगों ने अपनी तीसरी डोज लगवा लगी. सीएमओ आरके अग्निहोत्री ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार राज्य सरकार ने दिशानिर्देशानुसार फ्रंटलाइन वर्कर्स और ऐसे बुजुर्गों जिनको प्रथम डोज को 39 सप्ताह हो गए हों को बूस्टर डोज लगाई जा रही है.
उन्होंने बताया कि विभिन्न शोधों से पता चला है कि एक साल के उपरांत रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, इसलिए बूस्टर डोज नितांत आवश्यक है. उन्होंने बताया कि जिले में प्रथम दिन 576 लोगों ने बूस्टर डोज लगवा ली है. इस अवसर पर हमीरपुर में कार्यरत फ्रंटलाइन वर्कर डाॅ. संदीप शर्मा ने कहा कि फ्रंटलाइन वर्कर के तौर पर उन्होंने बूस्टर डोज लगाई है. उन्होंने कहा कि कोरोना (Corona cases in Himachal) के मामले फिर से बढ़ रहे हैं, ऐसे में वैक्सीनेशन का महत्व और बढ़ जाता है.
वहीं, ऊना जिले में भी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से फ्रंटलाइन वर्कर्स, गंभीर रूप से बीमार लोगों और 60 वर्ष आयु वर्ग से अधिक के नागरिकों को बूस्टर डोज लगाना शुरू कर (Booster Dose in UNA) दिया है. मंगलवार को जिला मुख्यालय के रीजनल अस्पताल (Regional hospital UNA) में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमन शर्मा समेत अन्य चिकित्सा अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के फ्रंटलाइन वर्कर ने यह तीसरी खुराक हासिल की.
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