ETV Bharat / city

निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी यूनियन का प्रदर्शन, हड़ताल की चेतावनी

author img

By

Published : Aug 10, 2021, 4:38 PM IST

Updated : Aug 10, 2021, 5:06 PM IST

स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड एम्प्लाइज यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड को निजी कंपनियों के हाथों में दिया जा रहा है. आउटसोर्स की इस प्रथा को बंद किया जाए. देश में न्यू पेंशन स्कीम को बंद और पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए. उन्होंने कहा कि कर्मचारी यूनियन को यदि धोखे में रखा गया तो भविष्य में एक बार फिर से हड़ताल शुरू कर दी जाएगी.

electricity-workers-union-protest-against-privatization-in-hamirpur
निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी यूनियन का प्रदर्शन

हमीरपुर: पावर सेक्टर के निजीकरण के विरोध में स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड एम्प्लाइज यूनियन ने विद्युत बोर्ड कार्यालय अणु के प्रांगण में विरोध-प्रदर्शन किया. यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बिजली विभाग का निजीकरण किया जा रहा है. इस निजीकरण से देश में बेरोजगार युवाओं का रोजगार खत्म हो जाएगा. निजीकरण के कारण उपभोक्ताओं को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. साथ में कर्मचारियों को भी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा.

प्रदेश उपाध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड को निजी कंपनियों के हाथों में दिया जा रहा है. आउटसोर्स की इस प्रथा को बंद किया जाए. देश में न्यू पेंशन स्कीम को बंद और पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए. पांच प्रतिशत कोटा भिन्न-भिन्न पदों पर की गई भर्तियों के आधार पर लगभग 360 पदों पर अति शीघ्र करुणामूलक नियुक्तियां की जाएं.

वीडियो

प्रदेश व केंद्र सरकार की ओर से जबरदस्ती इस निजीकरण बिल को बिजली बोर्ड के कर्मचारियों व उपभोक्ताओं पर थोप रहा है. इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा, जिसका परिणाम प्रदेश व केंद्र सरकार को भुगतना पड़ेगा. केंद्र सरकार के द्वारा जो उपभोक्ताओं को सब्सिडी प्रदान की जाती है, वह निजी कंपनी की ओर से नहीं दी जाएगी. इसका उपभोक्ताओं को अत्यधिक नुकसान उठाना पड़ेगा.

इसके अलावा राज्य बिजली बोर्ड से विघटित बिजली कंपनियों के वितरण उत्पादन एवं संचार कार्यों का केरल व हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्डों की तर्ज पर एकीकरण किया जाए. उन्होंने कहा कि कर्मचारी यूनियन को यदि धोखे में रखा गया तो भविष्य में एक बार फिर से हड़ताल शुरू कर दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: स्वतंत्रता दिवस परेड के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य, नाहन में हुए टेस्ट

हमीरपुर: पावर सेक्टर के निजीकरण के विरोध में स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड एम्प्लाइज यूनियन ने विद्युत बोर्ड कार्यालय अणु के प्रांगण में विरोध-प्रदर्शन किया. यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बिजली विभाग का निजीकरण किया जा रहा है. इस निजीकरण से देश में बेरोजगार युवाओं का रोजगार खत्म हो जाएगा. निजीकरण के कारण उपभोक्ताओं को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. साथ में कर्मचारियों को भी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा.

प्रदेश उपाध्यक्ष कामेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि बिजली बोर्ड को निजी कंपनियों के हाथों में दिया जा रहा है. आउटसोर्स की इस प्रथा को बंद किया जाए. देश में न्यू पेंशन स्कीम को बंद और पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए. पांच प्रतिशत कोटा भिन्न-भिन्न पदों पर की गई भर्तियों के आधार पर लगभग 360 पदों पर अति शीघ्र करुणामूलक नियुक्तियां की जाएं.

वीडियो

प्रदेश व केंद्र सरकार की ओर से जबरदस्ती इस निजीकरण बिल को बिजली बोर्ड के कर्मचारियों व उपभोक्ताओं पर थोप रहा है. इस आंदोलन को और तेज किया जाएगा, जिसका परिणाम प्रदेश व केंद्र सरकार को भुगतना पड़ेगा. केंद्र सरकार के द्वारा जो उपभोक्ताओं को सब्सिडी प्रदान की जाती है, वह निजी कंपनी की ओर से नहीं दी जाएगी. इसका उपभोक्ताओं को अत्यधिक नुकसान उठाना पड़ेगा.

इसके अलावा राज्य बिजली बोर्ड से विघटित बिजली कंपनियों के वितरण उत्पादन एवं संचार कार्यों का केरल व हिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्डों की तर्ज पर एकीकरण किया जाए. उन्होंने कहा कि कर्मचारी यूनियन को यदि धोखे में रखा गया तो भविष्य में एक बार फिर से हड़ताल शुरू कर दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: स्वतंत्रता दिवस परेड के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य, नाहन में हुए टेस्ट

Last Updated : Aug 10, 2021, 5:06 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.