हमीरपुर: पूर्व सैनिक जिला परिषद सदस्य लेखराज ने कोरोना संकट की वजह से अपना वेतन ना लेने का निर्णय लेकर मिसाल कायम की है. जिससे वो प्रदेश के पहले जिला परिषद सदस्य बन गए हैं जो कोरोना काल के चलते बचे हुए कार्यकाल में वेतन नहीं लेंगे.
जिला परिषद सदस्य लेखराज जिला के नादान विधानसभा क्षेत्र के धनेटा वार्ड से जिला परिषद सदस्य हैं और भारतीय सैनिक भी रह चुके हैं. सेना में सेवाएं देने के बाद वो साल 1998 में रिटायर हुए थे.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में लेखराज ने बताया कि कोरोना के इस संकट काल में गरीब से गरीब आदमी अपना योगदान हर तरीके से दे रहा है, इसलिए उन्होंने भी अपना योगदान देने के लिए वेतन न लेने का निर्णय लिया है. उन्होंने बताया कि बचे हुए कार्यकाल में वो सिर्फ एक वेतन लेंगे, जबकि बाकी सैलरी को महामारी के बचाव के लिए सरकार को सौंप देंगे.
बता दें कि विधायक नादौन सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी कोरोना संकट काल में वेतन ना लेने का निर्णय लिया है. ऐसे में इस विधानसभा क्षेत्र से किसी जनप्रतिनिधि द्वारा लिया गया ये दूसरा निर्णय है.
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