हमीरपुर: लोकसभा चुनाव की सियासी पिच पर हिमाचल में जहां भाजपा ने चारों संसदीय क्षेत्र में टिकट तय कर फ्रंट फुट पर आकर पारी शुरू कर दी है. भाजपा कैंडिडेट का विधानसभा वार प्रचार भी शुरू हो गया है. वहीं कांग्रेस में टिकट को लेकर जारी खींचतान से प्रचार पिछड़ गया है.
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ता पैराशूटी नेताओं के विरोध में उतर आए हैं. बताया जा रहा है कि पहले तो भाजपा के पूर्व सांसद सुरेश चंदेल का सोमवार दोपहर तक कांग्रेस पार्टी से टिकट लगभग फाइनल था लेकिन इसके बाद इस संसदीय क्षेत्र के दिग्गज कांग्रेसी नेताओं कि एक दूसरे को घेरने का अंतर्द्वंद शुरू हो गया. इसी अंतर्द्वंद से टिकट आवंटन को लेकर कांग्रेस अभी तक बैकफुट पर हैं, प्रचार और लोकसभा चुनावों को लेकर भाजपा प्रत्याशियों की घेराबंदी तो दूर टिकट आवंटन ही अटक गया है.
बताया जा रहा है कि पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू और हरोली से विधायक मुकेश अग्निहोत्री के नाम पर पहले टिकट को लेकर चर्चा चल रही थी, लेकिन दोनों ही नेता चुनाव लड़ने से पीछे हट गए हैं और दोनों एक दूसरे को अपने-अपने जिलों में उलझाने का प्रयास कर रहे हैं.
सुखविंदर सिंह सुक्खू मुकेश अग्निहोत्री के गृह जिले ऊना से सतपाल रायजादा का नाम आगे कर रहे हैं वहीं मुकेश अग्निहोत्री हमीरपुर से राजेंद्र राणा के बेटे अभिषेक राणा के नाम को आगे कर चुके हैं. बहर हाल टिकट को लेकर कांग्रेस में जारी घमासान से सियासी पिच पर वर्तमान समय में भाजपा फ्रंट फुट पर आ गई है.
टिकट आवंटन को लेकर ही खींचतान में जुटे कांग्रेसी नेता क्या लोकसभा चुनाव में भाजपा को घेर सकेंगे या नहीं. इस सीट से 3 बार सांसद रह चुके अनुराग ठाकुर के मुकाबले कांग्रेस हाईकमान किस प्रत्याशी को चुनावी रणभूमि में उतारती है यह देखना खास होगा. इससे पहले के तीन लोक सभा चुनाव में कांग्रेस ने दो बार भाजपा पृष्ठभूमि और एक बार पार्टी के नेता को चुनाव में उतार चुकी है. यह भी रोचक होगा कि टिकट आवंटन को लेकर असमंजस में फंसी कांग्रेस अपने किसी दिग्गज नेता पर विश्वास दिखाती है या फिर से किसी भाजपाई पृष्ठभूमि के नेता को अपना उम्मीदवार घोषित करेगी.