हमीरपुर: सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजेंद्र राणा एक नेता नहीं बल्कि बिजनेसमैन हैं. सत्ता का सुख भोगना और और पद का दुरुपयोग कर गाढ़ी कमाई करना केवल यही राणा का मकसद प्रतीत होता है. हमीरपुर से जारी संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में भाजपा के जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा, जिला महामंत्री हरीश शर्मा, अभयवीर सिंह और जिला मीडिया प्रभारी ने आरोप जड़ते हुए कहा कि राजेंद्र राणा प्रदेश की जनता को यह बताए कि अंडे बेचने वाला आज कैसे करोड़पति बन गया है.
उन्होंने कहा कि राणा राजनीति में समाज सेवा के इरादे से नहीं बल्कि बिजनेस करने के इरादे से ही आए हैं. राणा का मानव भारती विश्वविद्यालय के साथ भी गहरा कनेक्शन है ऐसी रिपोर्टें मिल रही हैं. जब राणा भाजपा की सरकार में थे तो राणा ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए काफी ज्यादा लोगों को ठगा है.
भाजपा के जिलाध्यक्ष बलदेव शर्मा ने कहा कि राणा खुद आगे प्रदेश के लोगों को यह सच्चाई बतानी चाहिए कि जब वह सत्ता में थे तो क्या करते थे. सुजानपुर क्षेत्र के लोगों को भी राणा की सच्चाई का भलि भांति पता चल चुका है. उन्होंने कहा कि कोविड के समय में जब लोगों को अपने विधायक की आवश्यकता थी तो राजेंद्र राणा चंडीगढ़ स्थित अपनी कोठियों में आराम फरमा रहे है, जबकि भाजपा का एक एक कार्यकर्ता फील्ड में उतर कर लोगों की मदद करने के लिए जुटा हुआ था.
राणा इस बारे में अब मुंह क्यों छुपाते हैं. उन्हें प्रदेश के लोगों को जबाव देना चाहिए. आज राणा बड़ी.बड़ी बातें कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार में भी सत्ता में रहते हुए उन्होंने विकास की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और प्रदेश को लूटने का सिलसिला पूरी तरह से जारी रखा. उन्होंने कहा कि राणा प्रदेश के लोगों को बताएं कि उन्होंने आज दिन तक सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए क्या किया है.
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