हमीरपुर: जल्द ही हमीरपुर ऊना रेलवे लाइन (Una Hamirpur railway Line) बनकर तैयार होगी. हिमाचल सरकार ने इस रेलवे लाइन के निर्माण का 25 प्रतिशत खर्च वहन करने के लिए हामी भर दी है. प्रदेश सरकार की तरफ से लिखित तौर पर प्रोजेक्ट का 25 फीसदी खर्च वहन करने की हामी का पत्र केंद्र सरकार भेज दिया है. हालांकि इसके लिए सरकार को तीन से चार साल लग गए. अब केंद्र सरकार की तरफ से जल्द की इस रेलवे लाइन के निर्माण के लिए पैसा मंजूर कर दिया जाएगा. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़सर विधानसभा क्षेत्र के बुंबलू में सरकार की ओर प्रगतिशील हिमाचल स्थापना के 75 वर्ष के समारोह में जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही है.
गौरतलब है कि हमीरपुर ऊना रेलवे लाइन को लेकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की तरफ से (Anurag Thakur on Hamirpur Una railway line) लगातार प्रयास किए जाते रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार की तरफ से इस प्रोजेक्ट का खर्च वहन करने की हामी नहीं भरी जा रही है. प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बावजूद 25 प्रतिशत खर्च की हामी भरने के लिए चार वर्ष से अधिक समय लग गया. 2017 से पूर्व कांग्रेस सरकार पर यह आरोप लगते थे कि इस प्रोजेक्ट को लेकर कांग्रेस सरकार की तरफ से गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है.
भाजपा की जयराम सरकार में चार वर्ष तक इस प्रोजेक्ट को लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से रूचि नहीं दिखाई गई. बीच में प्रदेश की भाजपा सरकार ने प्रोजेक्ट के निर्माण में खर्च की हिस्सेदारी से इंकार कर दिया था. जब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की तरफ से मीडिया में इस सिलसिले में बयान दिए तो मामला सुर्खियों में रहा. अब आखिरकार इस चर्चित प्रोजेक्ट को लेकर फिर कागजी हलचल होने से लोगों में उम्मीद जग गई है.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार से बड़सर विधानसभा क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय की स्वीकृति मिलने वाली है. 25 करोड़ की लागत से जल्द ही यहां पर केंद्रीय विद्यालय का निर्माण किया जाएगा. इस कार्य के लिए जिले के अधिकारी और हमीरपुर भाजपा अध्यक्ष बलदेव शर्मा की तरफ से प्रयास किए गए हैं. जल्द ही केंद्र सरकार से केंद्रीय विद्यालय की स्वीकृति मिल जाएगी. इसके साथ ही बड़सर में इंडोर स्टेडियम का निर्माण भी किया जाएगा.
पूर्व विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के कार्यकाल में किए गए विकास की चर्चा करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि विकास निरंतर प्रक्रिया है. निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री का जिला होने पर फर्क पड़ता है. जिले का मुख्यमंत्री अब नहीं रहा और स्वभाविक तौर पर जिस जिले से मुख्यमंत्री होता है उसको लाभ मिलता है. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री धूमल और शांता कुमार के साथ ही वर्तमान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेशभर में विकास करने का प्रयास किया है.
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