हमीरपुर: कोरोना काल में जिले के युवाओं को स्वरोजगार की तरफ रुझान बढ़ा. कोरोना काल में नौकरी छोड़ कर बाहरी राज्यों से लौटने वाले कई युवाओं ने भी अपना रोजगार शुरू किया. अधिकतर युवाओं ने इसके लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का लाभ लिया. जिला उद्योग केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक साल 2019 से लेकर 2021 तक लगभग डेढ़ साल के अंतराल में 275 यूनिट स्थापित किए गए. जिसे जिले में करीब 750 से अधिक लोगों को रोजगार मिला.
सरकार की तरफ से कई ऐसी योजनाएं युवाओं को दी जा रही, जिनके माध्यम से सब्सिडी हासिल कर युवा नहीं धंधे स्थापित कर सकते, लेकिन जिले में अधिकतर युवाओं का रुझान मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना की तरफ रहा है. इसका एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि इसमें क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी का प्रावधान है. जिस वजह से युवाओं को सब्सिडी मिल रही है. इस योजना के तहत 25 से 35 फीसदी तक सब्सिडी लाभार्थियों को मुहैया करवाई जाती है. मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना को कारगर तरीके से लागू करने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी भी संजीदा भूमिका निभा रहे है. यही कारण है कि इस योजना को विस्तृत रूप से लागू किया जा रहा है. उत्पादन के साथ ही सर्विस ट्रेनिंग सेंटर को भी इससे जोड़ा गया है. इस कारण नया रोजगार शुरू करने के प्रति युवाओं का रुझान बढ़ रहा है.
मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत आवेदन पत्र ऑनलाइन भर कर, फोटो, किराया विलेख, आधार कार्ड, बोनाफाइड हिमाचली और प्रोजेक्ट रिपोर्ट अपलोड करनी होगी. अधिक जानकारी के लिए आवेदक जिला उद्योग केंद्र, हमीरपुर में आकर महाप्रबंधक या परियोजना प्रबंधक या खंड विकास अधिकारी के कार्यालय में प्रसार अधिकारी (उद्योग) से मिल सकता है.
अंशुमन का कहना है कि वह अपनी बहन के साथ मिलकर मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत इस कार्य को कर रहे है. उनका कार्य बेहतर चल रहा है. युवा व्यवसाई नितिन ने बताया कि उनका कारोबार बेहतर चल रहा है. आठ लाख का लोन उन्होंने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना के तहत लिया था. जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक विजय कुमार चौधरी का कहना है कि ट्रेडिंग के यूनिट और सर्विस सेक्टर को भी इसमें फाइनेंस किया जा रहा है. 23 स्मॉल व्हीकल इसमें फाइनेंस किए गए. इसमें युवाओं का खासा रुझान देखने को मिल रहा है.
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