पालमपुर: विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने सोमवार को ग्राम पंचायत फरेर में 33 लाख से निर्मित होने वाले पंचायत भवन का शिलान्यास (Vipin Singh Parmar in palampur) किया. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 15वें वित्त आयोग से जिला कांगड़ा की पंचायतों को 104 करोड़ रुपए जारी किए हैं (vipin in Gram Panchayat Pharer) और इसमें सुलह विधानसभा क्षेत्र की पंचायतों के विकास कार्यों के लिए भी लगभग 11 करोड़ जारी किए गए हैं.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पंचायतों की लोकतंत्र में अहम स्थान और भूमिका है और पंचायती राज प्रणाली को सुदृढ़ करने और सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिए सरकार बचनबद्ध है. उन्होंने कहा कि सुलह हलके में नव निर्मित 14 पंचायतों के भवनों के निर्माण के लिए भी साढ़े 4 करोड़ से अधिक राशि जारी की गई है. इसके अतिरिक्त सुलह हलके में 20 पंचायतों में सामुदायिक सेवा केंद्रों के निर्माण के लिये एक करोड़ रुपए जारी किए गए हैं.
विपिन परमार ने कहा कि फरेर पंचायत में विकास के मामले में अभूतपूर्व कार्य हुआ है. इसके लिए पंचायत प्रतिनिधि बधाई के पात्र हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जब लोगों के रोजगार के साधनों पर संकट था. उस समय प्रदेश सरकार ने लोगों को राहत देने के मुख्यमंत्री एक बीघा योजना आरम्भ की. जिसमें फरेर पंचायत जिला में प्रथम स्थान पर रही और 1 करोड़ 12 लाख रुपए ऐसे लोगों को दिहाड़ी के रूप में उपलब्ध करवाए गए. उन्होंने कहा कि यह भी प्रशंसा का विषय है कि जिले में सबसे अधिक स्वयं सहायता समूहों के बानने का गौरव भी फरेर पंचायत को ही मिला है. उन्होंने कहा कि मनरेगा में 300 से अधिक कार्यों को पंचायत में चलाया जाना पंचायत प्रतिनिधियों की श्रेष्ठता को दर्शाता है.
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि पेयजल के क्षेत्र में सुलह हलके को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में विशेष प्रयास जारी है. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन में सुलह विधानसभा क्षेत्र में लगभग 100 करोड़ की विभिन्न योजनाओं पर कार्य प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि इसमें नलकूपों का पानी ओवरहेड टैंकों के माध्यम से लोगों को उपलब्ध करवाया जाएगा और सभी पुरानी पाइपों को बदलने का कार्य भी जारी है. उन्होंने कहा कि सुलह हलके की सभी कूहलों के जीर्णोद्धार का प्रयास जारी है ताकि किसानों के खेतों तक पानी उपलब्ध हो सके.
विपिन परमार ने कहा कि पेयजल योजना सुलह, ठम्बा, ननाओं के निर्माण पर जल जीवन मिशन में 567 लाख रुपए व्यय किए जा रहे हैं और इससे फरेर, भट्टू समूला, जस्सू, सुलह, रैपुर को 6 नलकूपों से पेयजल उपलब्ध करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि कटियाड गांव में ट्यूबवेल और ओवरहेड टैंक बनाने पर 25 लाख व्यय हो रहा है. यह योजना एक माह में लोगों को समर्पित कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सीआरएस में सतलुज जल विद्युत परियोजना (Sutlej Hydroelectric Project in Himachal) द्वारा सुलह में तीन सामुदायिक भवन बनाये जा रहे हैं, जिसमें 12 लाख की लागत से एक फरेर में भी बनाया जाएगा.
उन्होंने कहा कि हर जरूरतमंद की मदद का प्रयास ही उनका संकल्प है. उन्होंने कहा कि करोड़ों रुपए की सहायता जरूरतमंदों को मुख्यमंत्री राहत कोष और ऐच्छिक निधि से लोगों की बीमारी, बेटी की शादी, बच्चों की पढ़ाई के लिए उपलब्ध करवाकर लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने का प्रयास किया है. उन्होंने कहा कि वे एक सेवक के रूप में सुलह के लोगों के प्रतिनिधि हैं. उन्होंने इस अवसर पर 102 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 12 लाख 60 हजार रुपए की सहायता राशि के चेक भी वितरित किए.
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