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कांगड़ा में मिला पानी पर तैरने वाला पत्थर, लेकिन ये चमत्कार नहीं - Floating stone in Bathu ki Ladi

Floating stone in Kangra, पौंग झील बाथू की लड़ी भीम शिला के पास के पानी के बीच तैरता हुआ पत्थर मिलने से लोगों में काफी चर्चा है. मान्यता है कि रामायण में राम सेतु बनाए जाने के दौरान राम का नाम लिखे पत्थरों को पानी में तैरते देखा गया था. इसे लोग प्रभु श्रीराम के नाम की महिमा और भगवान के चमत्कार से जोड़कर देखते हैं, लेकिन विज्ञान क्या कहता है ये जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...

stone floating on water in Bathu ki Ladi kangra
कांगड़ा के बाथू की लड़ी में मिला है पानी पर तैरने वाला पत्थर
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Published : Aug 22, 2022, 8:20 PM IST

धर्मशाला/कांगड़ा: पौंग झील बाथू की लड़ी भीम शिला के पास के पानी के बीच तैरता हुआ पत्थर मिलने से लोगों में काफी चर्चा है. मिली जानकारी के अनुसार अविनाश कुमार गांव करडियाल पौंग झील के पानी को देखने गया था तो उसे पानी (stone floating on water in kangra) के बीच तैरता हुआ पत्थर मिला. अविनाश कुमार ने तैरते हुए पत्थर को उठाया और घर ले आया आमतौर पर सभी यह जानते हैं कि पत्थर पानी में डूब जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे पत्थर हकीकत में आज भी मौजूद हैं जो पानी में डूबते नहीं बल्कि पानी की सतह पर तैरते रहते हैं और डूबते नहीं.

अविनाश कुमार ने बताया कि वह सुबह के (Floating stone in Kangra) समय पौंग झील के किनारे बाथू की लड़ी के समीप गए हुए थे और वहां पर उन्होंने पानी में तैरता हुआ पत्थर देखा. उन्होंने बताया कि यह पत्थर तो पहले काफी गहरे पानी में तैर रहा था, लेकिन लहरों के कारण यह पत्थर किनारे की ओर आने लगा जिसे देखते हुए उन्होंने उस पत्थर को उठा लिया और अपने घर ले आए. उन्होंने कहा कि इस पत्थर को देखने के लिए दूर-दूर से लोगों का उनके घर पर आना शुरू हो गए हैं.

वीडियो.

मान्यता है कि रामायण में राम सेतु बनाए जाने के दौरान राम का नाम लिखे (Floating stone in Bathu ki Ladi) पत्थरों को पानी में तैरते देखा गया था. इसे लोग प्रभु श्रीराम के नाम की महिमा और भगवान के चमत्कार से जोड़कर देखते हैं. क्योंकि आमतौर पर सभी यह जानते हैं कि पत्थर पानी में डूब जाता है, लेकिन कुछ ऐसे पत्थर हकीकत में आज भी मौजूद हैं जो पानी में डूबते नहीं और बल्कि उसकी सतह पर तैरते रहते हैं.

वहीं, साइंस के अनुसार, ज्वालामुखी के लावा से फुटकर निकलने वाले पत्थर पानी में तैरते हैं. जिन्हें 'प्यूमाइस स्टोन' कहा जाता है. इसी पत्थर को पानी में तैरने वाला पत्थर कहते हैं.

ये भी पढ़ें- Ashwani Khad Solan में पानी का जलस्तर बढ़ने से 3 बच्चे फंसे, स्थानीय लोगों ने किया रेस्क्यू

धर्मशाला/कांगड़ा: पौंग झील बाथू की लड़ी भीम शिला के पास के पानी के बीच तैरता हुआ पत्थर मिलने से लोगों में काफी चर्चा है. मिली जानकारी के अनुसार अविनाश कुमार गांव करडियाल पौंग झील के पानी को देखने गया था तो उसे पानी (stone floating on water in kangra) के बीच तैरता हुआ पत्थर मिला. अविनाश कुमार ने तैरते हुए पत्थर को उठाया और घर ले आया आमतौर पर सभी यह जानते हैं कि पत्थर पानी में डूब जाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे पत्थर हकीकत में आज भी मौजूद हैं जो पानी में डूबते नहीं बल्कि पानी की सतह पर तैरते रहते हैं और डूबते नहीं.

अविनाश कुमार ने बताया कि वह सुबह के (Floating stone in Kangra) समय पौंग झील के किनारे बाथू की लड़ी के समीप गए हुए थे और वहां पर उन्होंने पानी में तैरता हुआ पत्थर देखा. उन्होंने बताया कि यह पत्थर तो पहले काफी गहरे पानी में तैर रहा था, लेकिन लहरों के कारण यह पत्थर किनारे की ओर आने लगा जिसे देखते हुए उन्होंने उस पत्थर को उठा लिया और अपने घर ले आए. उन्होंने कहा कि इस पत्थर को देखने के लिए दूर-दूर से लोगों का उनके घर पर आना शुरू हो गए हैं.

वीडियो.

मान्यता है कि रामायण में राम सेतु बनाए जाने के दौरान राम का नाम लिखे (Floating stone in Bathu ki Ladi) पत्थरों को पानी में तैरते देखा गया था. इसे लोग प्रभु श्रीराम के नाम की महिमा और भगवान के चमत्कार से जोड़कर देखते हैं. क्योंकि आमतौर पर सभी यह जानते हैं कि पत्थर पानी में डूब जाता है, लेकिन कुछ ऐसे पत्थर हकीकत में आज भी मौजूद हैं जो पानी में डूबते नहीं और बल्कि उसकी सतह पर तैरते रहते हैं.

वहीं, साइंस के अनुसार, ज्वालामुखी के लावा से फुटकर निकलने वाले पत्थर पानी में तैरते हैं. जिन्हें 'प्यूमाइस स्टोन' कहा जाता है. इसी पत्थर को पानी में तैरने वाला पत्थर कहते हैं.

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