कांगड़ा: राकेश चौधरी ने वर्ष 2019 के विधानसभा चुनावों के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था और उन्हें 17 हजार के करीब मत प्राप्त हुए थे. उसके बाद राकेश चौधरी ने भाजपा ज्वाइन कर ली थी, लेकिन अब राजनीतिक समीकरण को देखते हुए राकेश चौधरी ने आम आदमी पार्टी का (Aam Aadmi Party in Himachal Pradesh) दामन थाम लिया है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में AAP ने वो कार्य किये जो आम आदमी की प्राथमिकता है. लोग भाजपा व कांग्रेस पार्टी से दुखी हो चुके हैं व प्रदेश के कई लोग AAP में आने को तैयार बैठे हैं और खुल कर लोग आम आदमी पार्टी को ज्वाइन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी से मेरा जुड़ना विरोधियों को रास नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी से जुड़ने के बाद (Rakesh Chaudhary worker AAP HIMACHAL) भाजपा व कांग्रेस के नेताओं में हड़कंप मच चुका है.
आप में शामिल होने से इन दोनों पार्टियों के नेताओं को अपनी जमीन खिसकती नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि मैं एक समाज सेवी रहा हूं, मैंने कभी भाजपा पार्टी से टिकट नही मांगी. उन्होंने कहा कि पांच साल भाजपा, पांच साल कांग्रेस के रिवाज को जनता अब खत्म करना चाहती है. उन्होंने कहा कि जनता प्रदेश में तीसरे विकल्प की सरकार चाहती है. झाड़ू से प्रदेश की गंदी राजनीति की सफाई होना तय है. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में जो लोग मेरे खिलाफ अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहें हैं उनको इसका जवाब जनता देगी.
उन्होंने कहा कि हिमाचल में AAP एक बहुत बड़ा संगठन बनकर उभरेगा. आम आदमी पार्टी की सरकार बनने (Himachal assembly election 2022) के बाद प्रदेश की समस्त जनता का कार्य किया जाएगा. उन्होंने कहा कि धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय का मुद्दा सबसे बड़ा मुद्दा है व विकास के नाम पर धर्मशाला को सबसे पीछे धकेला गया है. वहीं, केंद्रीय विश्वविद्यालय को लेकर दोनों पार्टियों ने राजनीति की है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने धर्मशाला में ऐसी घोषणाएं की जो आज तक धरातल में नहीं देखी गई और कांग्रेस नेता विकास की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को अभी तक विकास की परिभाषा का ज्ञान तक नहीं है. विकास की बातें करने वालों ने केवल अपना विकास किया है.
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