धर्मशाला: बचपन बचाओ आंदोलन के जन्मदाता और नॉबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी इन दिनों प्रदेश की खूबसूरत वादियों धर्मशाला के शहर मैक्लोडगंज में पहुंचे हुए हैं. उनका यहां आने का कार्यक्रम धर्म गुरु दलाई लामा से मुलाकात करने का है. कैलाश सत्यार्थी ने हजारों बच्चों के भविष्य को बर्बाद होने स बचाया हुआ है. उनके इसी कार्य को लेकर उन्हें नॉबेल शांति पुरस्कार मिल चुका है.
कैलाश सत्यार्थी ने सोमवार की सुबह धर्म गुरु दलाई लामा से मुलाकात की और देश और दुनिया के कई अहम मुद्दों पर चर्चा भी की. उन्होंने कहा कि आज धर्म गुरु दलाई लामा के साथ कुछ वक्त गुजरा है. उन्होंने कहा कि अपने जूनून का इस्तेमाल मानवता के भले के लिए करना है.
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उन्होंने कहा कि धर्म गुरु दलाई लामा से मिलने का अनुभव हमेशा शानदार होता है और उनसे बच्चों के मुद्दों पर, विश्व राजनीति, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण जैसे तमाम विषयों पर चर्चा की गई है. धर्मगुरु से इस तरह की चर्चा आगे भी जारी रहेगी. वहीं, कैलाश सत्यार्थी धर्म गुरु दलाई लामा से मिलकर जब वापस आ रहे थे तभी उन्होंने सड़क पर काम करने वाली औरत के एक छोटे से बच्चे के पास गए और उससे प्यार से दुलारा.