कांगड़ा: फतेहपुर में कांग्रेस का प्रचार करने वाले उपचुनाव प्रभारी राजेंद्र राणा ने कहा कि जैसे-जैसे मतदान का समय नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे फतेहपुर में बीजेपी की बौखलाहट व घबराहट लगातार बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा कि हालांकि चुनाव प्रचार में अपनी ही विचारधारा के लोगों का सामना करने से कतराई बीजेपी के मंत्री व विधायक कर्मचारियों को अब तबादलों का खौफ दिखाकर धमकाने लगे हैं, लेकिन दिलचस्प यह है कि जैसे-जैसे बीजेपी के मंत्री व विधायक कर्मचारियों पर दबाव बढ़ा रहे हैं, वैसे-वैसे कर्मचारियों का आक्रोश सरकार के प्रति और बढ़ रहा है.
राणा ने कहा कि पूरे चार साल तक कर्मचारियों की एक न सुनने वाली बीजेपी सरकार पूरी तरह कर्मचारी विरोधी सरकार साबित हो चुकी है. जिस कारण से अब कर्मचारी भी बीजेपी को खदेड़ने का मन बना चुकें हैं. प्रचार तंत्र में होर्डिंग्स, पोस्टर की बाढ़ फतेहपुर में लाकर बीजेपी फतेहपुर की जनता पर चुनाव प्रचार में प्रभाव बनाने का असफल प्रयास कर रही है. राणा ने कहा कि बीजेपी इस बात को न भूले कि सत्ता के धौंस-दबाव का जमाना अब बदल चुका है.
फतेहपुर की अधिकांश जनता व कर्मचारी बीजेपी को सबक सिखाने का मन बना चुके हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में उन्हें कई भाजपाईयों ने यह बताया कि जो नेता 2017 विधानसभा चुनावों में पार्टी का सरेआम विरोध कर रहा था उस पर अब फतेहपुर की जनता भरोसा कैसे करें. बीजेपी ने फतेहपुर की जनता व कार्यकर्ताओं को विश्वास में लिए बिना उस नेता को उम्मीदवार बना डाला है.
राणा ने कहा कि फतेहपुर चुनाव प्रचार में यह जुमला बीजेपी खेमें में सुनने को मिल रहा है कि जो कल पार्टी का विरोध कर रहा था, वह आज पार्टी का वफादार कैसे हो सकता है और किस मुंह से हम उसके लिए वोट मांगे. राणा ने कहा कि सरकार की मिस मैनेजमेंट व विकास विरोधी नीतियों के कारण भी फतेहपुर की जनता नाराज दिख रही है. महंगाई, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार से लगातार भाग रहे बीजेपी के नेता चुनाव प्रचार में नॉन ईशूज को ईशू बनाने का असफल प्रयास कर रहे हैं.
बीजेपी का अब सिर्फ एक ही एजेंडा झूठ और झूठ बोलना रह गया है और इस झूठ को लेकर ही बीजेपी चुनाव प्रचार कर रही है. उन्होंने कहा कि फतेहपुर में भवानी सिंह पठानिया इस सीट को कांग्रेस की झोली में डालेंगे यह तय है. जबकि दूसरी ओर बीजेपी अभी से 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए नया उम्मीदवार ढूंढने की चर्चाओं से परेशान है.
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