धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने अंक सुधार परीक्षा नियम में संशोधन करने का निर्णय लिया है, जिससे परीक्षार्थियों को पूरा लाभ मिल सके. ये निर्णय हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सुरेश कुमार सोनी की अध्यक्षता में आयोजित 114वीं बैठक में लिया गया.
बोर्ड ने एसओएस की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने के लिए अलग विंग बनाने पर भी विस्तृत चर्चा की, जिससे जो परीक्षार्थी नियमित रूप से स्कूल नहीं जा सकते, उनको लाभ मिल सकें. इसके अतिरिक्त बैठक में नैतिक शिक्षा, स्वतंत्रता संग्राम, योग को पाठयक्रम में जोड़ने, स्कूलों में योग से संबंधी प्रतियोगिता करना, निजी शिक्षण संस्थानों के नियमों में संशोधन करने के बारे में विचार विमर्श किया गया.
वहीं बोर्ड द्वारा संचालित प्रैक्टिकल परीक्षाओं में प्राध्यापकों/अध्यापकों द्वारा ऑनलाइन और ऑफलाइन अंक आवंटन में पाई जा रही त्रुटियों के बारे में संज्ञान लिया गया. बैठक में विभागीय परीक्षा शाखा की विभिन्न परीक्षाओं की फाइनल आंसर शीट को तैयार करने के बाद किसी भी आपत्ति को दर्ज न करने का भी निर्णय लिया गया. साथ ही बैठक में बोर्ड का बजट भी पारित किया गया.
बैठक में जीव विज्ञान विषय को अतिरिक्त विषय और ऐच्छिक विषय शारीरिक शिक्षा को मुख्य विषय में बदलने पर विचार किया गया. इसके अलावा बैठक में स्थल मूल्यांकन केंद्रों में मूल्यांकन कार्यों के लिए प्राध्यापक, अध्यापकों के न मिलने पर कम अनुभव वाले प्राध्यापकों, अध्यापकों को स्थल मूल्यांकन केंद्रों में तैनात किया गया. ऐसे प्राध्यापकों, अध्यापकों को छूट दी गई, ताकि उनके पारिश्रमिक बिलों का भुगतान किया जा सके.
बैठक में विधायक अर्जुन सिंह, रविंद्र कुमार, निदेशक उच्चतर शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा, प्रो. डीपी वर्मा, डॉ पीसी शर्मा, डा. विनय चौहान, डा. राजेंद्र कुमार, भाग चंद उपनिदेशक प्राथमिक शिक्षा, शिवदयाल प्रिंसिपल चंबा कॉलेज, दिला राम चौहान मौजूद रहे.