पालमपुरः प्रदेश की भूगौलिक परिस्थितिओं में सड़कें यातायात का मुख्य साधन हैं. हर क्षेत्र को बेहतर और सुगम यातायात सुविधा उपलब्ध करवाना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिक्ता है. प्रदेश में सड़कों के निर्माण और उनके रख-रखाव पर चालू वित्त वर्ष में 3921 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं. यह जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री विपिन सिंह परमार ने सड़क उद्घघाटन में दी.
बता दें कि विपिन सिंह परमार ने सुलह हलके के गढ़ में 15 लाख से निर्मित होने वाली केदारा-ढाटी वाया फुलवाड़िया बस्ती संपर्क सड़क का भूमिपूजन और 65 लाख रुपये से निर्मित गढ़ बस्दी-पटवाग वाया चौधरी बस्ती का लोकार्पण भी किया.
विपिन सिंह परमार ने बताया कि प्रदेश की 3226 पंचायतों में से 3128 पंचायतों को मोटर वाहनों से जोड़ा जा चुका है, और 59 पंचायतों में निर्माण कार्य विभिन्न चरणों में है और शेष 39 पंचायतों में सड़क निर्माण में आ रही बाधाओं को भी सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश के गांवों गांवो को सड़कों से जोड़ने के लिए सरकार ने 'मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना' आरंभ की है और इस योजना में 600 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना' से प्रदेश के सड़क नेटवर्क को विस्तृत करने में सहायता मिली है. इस योजना के अन्तर्गत 500 किलोमीटर लम्बी नई सड़कों और 1000 किलोमीटर वर्तमान सड़कों के सुधार एवं विस्तार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सुलह विधान सभा क्षेत्र में सड़कों, भवनों, पुलों और अन्य विकास कार्यों पर के निर्माण पर लगभग 70 करोड़ रुपये व्यय किये जा रहे हैं.
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