धर्मशाला: बर्फबारी के बाद पहाड़ों (snowfall in himachal) से मैदानी क्षेत्रों की ओर रुख करने वाले जंगली जानवरों का अवैध शिकार रोकने (illegal hunting in kangra) के लिए वन विभाग ने कमर कस ली है. वन वृत्त धर्मशाला के तहत तीन वनमंडलों धर्मशाला, पालमपुर और नूरपुर में, जहां पर जंगली जानवरों का शिकार ज्यादा होता है, ऐसे स्थानों पर विशेष तौर टीमों को अलर्ट रहने की हिदायत जारी की गई है.
इन सभी वन मंडलों में ब्लॉक स्तर पर अधिकारियों के नेतृत्व में टीमों (team formation dharamshala forest division) का गठन किया गया है, ताकि यदि कोई शिकार करता पकड़ा जाए, तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी अमल में लाई जा सके. धर्मशाला और पालमपुर वनमंडलों के तहत ऊपरी पहाड़ियों (snowfall in upper hills hp) में हिमपात के बाद जंगली जानवर मैदानी क्षेत्रों की ओर रुख करते हैं. इस दौरान शिकार की गतिविधियां बढ़ जाती हैं.
धर्मशाला वनमंडल के तहत रिड़कुमार, लाम, बोह, कनोग, करेरी, भागसू, त्रियुंड, भागसूनाग, नरवाणा, खड़ौता, थातरी व नरवाणा सहित अन्य संवेदनशील क्षेत्र आते हैं. वहीं, पालमपुर वनमंडल के तहत गोपालपुर, बंदला, बीड़, बैजनाथ का ऊपरी क्षेत्र शामिल है, जिसे विभाग संवेदनशील मानता है. धर्मशाला स्थित वन वृत्त के मुख्य संरक्षक डीआर कौशल (dr kaushal on illegal hunting) ने बताया कि सर्दियों में अवैध शिकार रोकने के लिए ब्लॉक स्तर पर टीमें गठित कर दी गई हैं और सभी टीमों को निर्देश दिया गया है कि वाइल्ड लाइफ के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ सामंजस्य बैठाकर उनके सहयोग से अवैध शिकार के खिलाफ कार्रवाई करें.
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