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गुड़िया कांडः शांता कुमार ने 6 सदस्यीय जांच समिति गठित करने की उठाई मांग, CM जयराम को लिखा पत्र

हिमाचल के पूर्व सीएम शांता कुमार ने प्रदेश सरकार से गुड़िया कांड की जांच के लिए छह सदस्यीय टीम गठित की जाने की मांग की है. इसे लेकर उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर को पत्र लिखा है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस टीम में छह में से दो या तीन नियुक्तियां विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री के सुझाव पर की जाएं.

shanta kumar on gudiya case
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Published : Oct 23, 2020, 10:53 PM IST

पालमपुरः प्रदेश के पूर्व सीएम शांता कुमार ने गुड़िया कांड को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखा है. शांता कुमार ने पत्र में लिखा है कि पीड़ित परिवार न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट से हाईकोर्ट तक भटक रहा है, जिस परिवार की बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई, उनके अनुसार वे अपराधी आज भी उसी गांव में खुलेआम घूम रहे हैं.

शांता कुमार ने कहा कि उस परिवार के दिल पर पीड़ा का कितना बड़ा पहाड़ रोज टूटता होगा. कोई भी मनुष्य उस परिवार की प्रतिदिन की इस पीड़ा को अनुभव कर सकता है. उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से पत्र में विशेष आग्रह किया कि छह सदस्यीय नई विशेष जांच समिति बनाई जाए, उसमें हिमाचल प्रदेश के तीन अवकाश प्राप्त और तीन वर्तमान प्रमुख पुलिस अधिकारियों को नियुक्त किया जाए, यदि उचित लगे तो कुछ आईएएस अधिकारी भी शमिल किए जाएं. इसमें विपक्ष को पूरी तरह विश्वास में लिया जाए.

इसमें छह में से दो या तीन नियुक्तियां विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री के सुझाव पर की जाएं. प्रदेश सरकार स्वयं हिमाचल उच्च न्यायालय को निवेदन करे कि इस विशेष जांच समिति की जांच की निगरानी उच्च न्यायालय करे. उन्होंने कहा कि सीबीआई खाली हाथ लौटी है, उसका एक ही कारण था कि उस समय के कुछ पुलिस अधिकारियों ने किसी बड़े नेता के कहने पर सभी सबूतों को पूरे वैज्ञानिक तरीके से नष्ट कर दिया था, लेकिन कोई अपराध ऐसा नहीं होता जो अपने पीछे कोई ना कोई निशानी न छोड़े. ऐसे में इस मामले में फिर से जांच होनी चाहिए.

शांता कुमार ने अनुभव के आधार पर कहा है कि हिमाचल की सरकारी अफसरशाही भारत में योग्यता में किसी से कम नहीं है. उन्होंने विश्वास से कहा कि इस जांच से अपराधी जरूर पकड़े जाएंगे. हिमाचल प्रशासन के लिए यह बड़े गर्व की बात होगी कि जो सीबीआई नहीं कर सकी, वह प्रदेश सरकार ने कर दिखाया. यदि न भी हो तो कम से कम उस परिवार को और प्रदेश की जनता को यह सन्तुंष्टी तो हो जाएगी कि हिमाचल सरकार ने हर संभव कोशिश की.

उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से अपील की है कि उनके इस सुझाव को अवश्य लागू करें. शांता कुमार गुड़िया के पिता से पिछले दिनों टेलीफोन के माध्यम से बात की थी. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार और उन जैसे कई लोग इस पीड़ा को तब तक अनुभव करते रहेंगे जब तक इस सुझाव को प्रदेश सरकार स्वीकार न करे.

ये भी पढ़ें- स्वास्थ्य निदेशालय के डिप्टी डायरेक्टर से खास बातचीत, कोरोना से बचने के लिए दिए ये सुझाव

ये भी पढ़ें- हिमाचली छोकरा पर अनुराग ठाकुर का बयान, प्रदेश के युवाओं को सम्मान देने के लिए प्रधानमंत्री का आभार

पालमपुरः प्रदेश के पूर्व सीएम शांता कुमार ने गुड़िया कांड को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखा है. शांता कुमार ने पत्र में लिखा है कि पीड़ित परिवार न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट से हाईकोर्ट तक भटक रहा है, जिस परिवार की बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ और उसके बाद उसकी हत्या कर दी गई, उनके अनुसार वे अपराधी आज भी उसी गांव में खुलेआम घूम रहे हैं.

शांता कुमार ने कहा कि उस परिवार के दिल पर पीड़ा का कितना बड़ा पहाड़ रोज टूटता होगा. कोई भी मनुष्य उस परिवार की प्रतिदिन की इस पीड़ा को अनुभव कर सकता है. उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से पत्र में विशेष आग्रह किया कि छह सदस्यीय नई विशेष जांच समिति बनाई जाए, उसमें हिमाचल प्रदेश के तीन अवकाश प्राप्त और तीन वर्तमान प्रमुख पुलिस अधिकारियों को नियुक्त किया जाए, यदि उचित लगे तो कुछ आईएएस अधिकारी भी शमिल किए जाएं. इसमें विपक्ष को पूरी तरह विश्वास में लिया जाए.

इसमें छह में से दो या तीन नियुक्तियां विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री के सुझाव पर की जाएं. प्रदेश सरकार स्वयं हिमाचल उच्च न्यायालय को निवेदन करे कि इस विशेष जांच समिति की जांच की निगरानी उच्च न्यायालय करे. उन्होंने कहा कि सीबीआई खाली हाथ लौटी है, उसका एक ही कारण था कि उस समय के कुछ पुलिस अधिकारियों ने किसी बड़े नेता के कहने पर सभी सबूतों को पूरे वैज्ञानिक तरीके से नष्ट कर दिया था, लेकिन कोई अपराध ऐसा नहीं होता जो अपने पीछे कोई ना कोई निशानी न छोड़े. ऐसे में इस मामले में फिर से जांच होनी चाहिए.

शांता कुमार ने अनुभव के आधार पर कहा है कि हिमाचल की सरकारी अफसरशाही भारत में योग्यता में किसी से कम नहीं है. उन्होंने विश्वास से कहा कि इस जांच से अपराधी जरूर पकड़े जाएंगे. हिमाचल प्रशासन के लिए यह बड़े गर्व की बात होगी कि जो सीबीआई नहीं कर सकी, वह प्रदेश सरकार ने कर दिखाया. यदि न भी हो तो कम से कम उस परिवार को और प्रदेश की जनता को यह सन्तुंष्टी तो हो जाएगी कि हिमाचल सरकार ने हर संभव कोशिश की.

उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से अपील की है कि उनके इस सुझाव को अवश्य लागू करें. शांता कुमार गुड़िया के पिता से पिछले दिनों टेलीफोन के माध्यम से बात की थी. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार और उन जैसे कई लोग इस पीड़ा को तब तक अनुभव करते रहेंगे जब तक इस सुझाव को प्रदेश सरकार स्वीकार न करे.

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