ज्वालामुखी: पौंग झील में बुधवार को मछली पकड़ने के दौरान डूबे मछुआरे का शव झील में शुक्रवार सुबह तैरता हुआ मिला है. शव को एनडीआरएफ की टीम ने बाहर निकाला है.
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत झकलेहड़ के निवासी दिलबाग सिंह (42) पुत्र ईश्वरदास पौंग झील में मछली पकड़ने का काम करता था. बुधवार सुबह मछली को जाल डालते समय नाव का एक फटा टूट जाने से दिलबाग सिंह झील में गिर गया. दिलबाग को तैरना नहीं आता था, जिसके चलते वह झील में डूब गया था.
एनडीआरएफ की टीम दो दिन से अलग-अलग तरीकों से दिलबाग को ढूंढने का प्रयास कर रही थी. गुरुवार को टीम ने झील में ओपीएम पाउडर डाला था जिसके बाद शुक्रवार सुबह मछुआरे का शव झील में तैरता हुआ पाया गया. एसपी देहरा रणधीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए मछुआरे के शव को पोस्टमार्टम के लिए देहरा भेज दिया गया है.
स्थानीय पंचायत के पूर्व प्रधान रणजीत सिंह ने प्रशासन से मांग की है कि दिलबाग सिंह एक गरीब परिवार से संबंध रखता था जिसकी दो बेटियां व एक बेटा है. इसलिए पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए. साथ ही मत्स्य विभाग से पौंग झील में काम करने वाले अन्य मछुआरों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए उन्हें लाइफ सेफ्टी जैकेट व अन्य जरूरी सामान उपलब्ध करवाने की मांग की है.