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EXCLUSIVE: विपक्ष पर सीएम का तंज, कहा: भगवान उन्हें सदबुद्धि दे

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद किया. सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य के लोग भाग्यशाली हैं कि हिमाचल प्रदेश उनके दिल के करीब है.

CM Jairam Thakur on investors meet
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Published : Nov 8, 2019, 10:46 AM IST

Updated : Nov 8, 2019, 12:33 PM IST

धर्मशाला: इन्वेस्टर्स मीट के दौरान ईटीवी भारत से खास बात करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि जिस प्रकार से पहला सत्र सम्पन्न हुआ है, वैसे ही अन्य सत्र चलेंगे और निवेशकों से मिला जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को मीट में मौजूद रहेंगे. इन्वेस्टर्स मीट को लेकर उठाए जा रहे विपक्ष के सवालों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भगवान उनको सदबुद्धि दे.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यावाद किया. सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य के लोग भाग्यशाली हैं कि हिमाचल प्रदेश उनके दिल के करीब है. सीएम ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की हिमाचल की एक वर्ष में दूसरी यात्रा है, ये प्रधानमंत्री का प्रदेश के लिए स्नेह और प्यार दिखाता है.

वीडियो.

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के इजरायल यात्रा के दौरान हिमाचली टोपी पहनने और अमेरिका में शिकागो टू शिमला के उल्लेख के बारे में भी चर्चा की है. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश को वैश्विक मंच प्रदान किया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में राष्ट्र उन्नति कर रहा है और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में देश ने अपनी छवि बनाई है.

सीएम ने कहा कि मोदी ने गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए वाईब्रेंट गुजरात कार्यक्रम आयोजन किया था, इसी ने हिमाचल को निवेश आकर्षित करने का रास्ता दिखाया. उन्होंने कहा कि गुजरात में आयोजित इवेंट की सफलता से प्रेरित होकर हिमाचल प्रदेश ने भी राज्य में व्यापक निवेश के लिए सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राइजिंग हिमाचल ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के माध्यम से निवेश की अपार संभावनाओं को देखते हुए राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिया है.

सीएम ने कहा कि प्रदेश ने तीन अंतरराष्ट्रीय रोड शो, छह डोमेस्टिक रोड शो और सम्मेलन तथा 50 देशों के राजदूतों के साथ बैठकें आयोजित की हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश ने 85 हजार करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने का लक्ष्य निर्धारित कर 92,439 करोड़ रुपये के निवेश के 603 समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किए हैं.

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार औषधि निर्माण और शोध के साथ प्रदेश को थोक दवा निर्माण के केंद्र के रूप में स्थापित करना चाहती है जिससे देश के दवा आयात बिल को कम किया जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य, शुद्ध और शांत वातावरण, सांस्कृतिक विविधता और भाषायी बहुलता हिमाचल को देश का लोकप्रिय गंतव्य बनाता है. राज्य आगंतुको को साहसिक, वन्य जीव, ईको-पर्यटन, धरोहर, आध्यात्मिक आदि विकल्प उपलब्ध करवाता है.

सरकार पर्यटन को प्रदेश के विकास के लिए प्रमुख ईंजन के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है. जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अपनी निवेश नीति के अंतर्गत लुभावने प्रोत्साहन उपलब्ध करवा रही है.

प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए पर्यटन नीति, फिल्म नीति, सूचना प्रौद्योगिकी नीति, आयुष नीति, अफोरडेबल हाउसिंग नीति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावशाली नीतियां बनाई गई हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रभावशाली दृष्टिकोण अपनाया है

जयराम ठाकुर ने कहा कि इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों, कार्पोरेट जगत के प्रतिनिधियों, वरिष्ठ नीति निर्माता, विकास एजेंसी, राज्य में सामाजिक-आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए विश्वभर से अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों को एक साथ लाने के लिए एक मंच प्रदान करना है.

धर्मशाला: इन्वेस्टर्स मीट के दौरान ईटीवी भारत से खास बात करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि जिस प्रकार से पहला सत्र सम्पन्न हुआ है, वैसे ही अन्य सत्र चलेंगे और निवेशकों से मिला जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को मीट में मौजूद रहेंगे. इन्वेस्टर्स मीट को लेकर उठाए जा रहे विपक्ष के सवालों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भगवान उनको सदबुद्धि दे.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यावाद किया. सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य के लोग भाग्यशाली हैं कि हिमाचल प्रदेश उनके दिल के करीब है. सीएम ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की हिमाचल की एक वर्ष में दूसरी यात्रा है, ये प्रधानमंत्री का प्रदेश के लिए स्नेह और प्यार दिखाता है.

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मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के इजरायल यात्रा के दौरान हिमाचली टोपी पहनने और अमेरिका में शिकागो टू शिमला के उल्लेख के बारे में भी चर्चा की है. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश को वैश्विक मंच प्रदान किया है. जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में राष्ट्र उन्नति कर रहा है और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में देश ने अपनी छवि बनाई है.

सीएम ने कहा कि मोदी ने गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए वाईब्रेंट गुजरात कार्यक्रम आयोजन किया था, इसी ने हिमाचल को निवेश आकर्षित करने का रास्ता दिखाया. उन्होंने कहा कि गुजरात में आयोजित इवेंट की सफलता से प्रेरित होकर हिमाचल प्रदेश ने भी राज्य में व्यापक निवेश के लिए सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राइजिंग हिमाचल ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के माध्यम से निवेश की अपार संभावनाओं को देखते हुए राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिया है.

सीएम ने कहा कि प्रदेश ने तीन अंतरराष्ट्रीय रोड शो, छह डोमेस्टिक रोड शो और सम्मेलन तथा 50 देशों के राजदूतों के साथ बैठकें आयोजित की हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश ने 85 हजार करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने का लक्ष्य निर्धारित कर 92,439 करोड़ रुपये के निवेश के 603 समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किए हैं.

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार औषधि निर्माण और शोध के साथ प्रदेश को थोक दवा निर्माण के केंद्र के रूप में स्थापित करना चाहती है जिससे देश के दवा आयात बिल को कम किया जा सके. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य, शुद्ध और शांत वातावरण, सांस्कृतिक विविधता और भाषायी बहुलता हिमाचल को देश का लोकप्रिय गंतव्य बनाता है. राज्य आगंतुको को साहसिक, वन्य जीव, ईको-पर्यटन, धरोहर, आध्यात्मिक आदि विकल्प उपलब्ध करवाता है.

सरकार पर्यटन को प्रदेश के विकास के लिए प्रमुख ईंजन के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है. जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अपनी निवेश नीति के अंतर्गत लुभावने प्रोत्साहन उपलब्ध करवा रही है.

प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए पर्यटन नीति, फिल्म नीति, सूचना प्रौद्योगिकी नीति, आयुष नीति, अफोरडेबल हाउसिंग नीति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावशाली नीतियां बनाई गई हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रभावशाली दृष्टिकोण अपनाया है

जयराम ठाकुर ने कहा कि इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों, कार्पोरेट जगत के प्रतिनिधियों, वरिष्ठ नीति निर्माता, विकास एजेंसी, राज्य में सामाजिक-आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए विश्वभर से अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों को एक साथ लाने के लिए एक मंच प्रदान करना है.

Intro:Body:मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य के लोग भाग्यशाली हैं कि हिमाचल प्रदेश उनके दिल के करीब है, क्योंकि यह उनकी एक वर्ष के भीतर हिमाचल की दूसरी यात्रा है, जो प्रदेश और यहां के लोगों के प्रति उनके प्यार और स्नेह को दर्शाता है। इजरायल यात्रा के दौरान हिमाचली टोपी पहनना, ‘शिकागो टू शिमला’ का उल्लेख और हाल ही में अमेरिका के ह्यूटस्टन में ‘हाॅडी मोदी’ कार्यक्रम के द्वारा प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश को वैश्विक मंच प्रदान किया है।



जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में राष्ट्र उन्नति कर रहा है और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में देश ने अपनी छवि बनाई है। उन्होंने कहा कि मोदी द्वारा गुजरात में मुख्यमंत्री के रूप में आयोजित वाईब्रेंट गुजरात कार्यक्रम ने हिमाचल को निवेश आकर्षित करने का रास्ता दिखाया है। उन्होंने कहा कि गुजरात में आयोजित इवेंट की सफलता से प्रेरित होकर हिमाचल प्रदेश ने भी राज्य में व्यापक निवेश के लिए सम्मेलन को आयोजित करने का निर्णय लिया।



मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने राइजिंग हिमाचल ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट के माध्यम से निवेश की अपार संभावनाओं को देखते हुए राज्य के सतत और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिया है।



उन्होंने कहा कि प्रदेश ने तीन अंतरराष्ट्रीय रोड शो, छह डोमेस्टिक रोड शो और सम्मेलन तथा 50 देशों के राजदूतों के साथ बैठकें आयोजित की हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने 85 हजार करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने का लक्ष्य निर्धारित कर 92,439 करोड़ रुपये के निवेश के 603 समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किये हैं।



जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल सरकार औषधि निर्माण और शोध के साथ प्रदेश को थोक दवा निर्माण के केंद्र के रूप में स्थापित करना चाहती है, जिससे देश के दवा आयात बिल को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक सौंदर्य, शुद्ध और शांत वातावरण, सांस्कृतिक विविधता और भाषायी बहुलता हिमाचल को देश का लोकप्रिय गंतव्य बनाता है। राज्य आगंतुको को साहसिक, वन्य जीव, ईको-पर्यटन, धरोहर, आध्यात्मिक आदि विकल्प उपलब्ध करवाता है। सरकार पर्यटन को प्रदेश के विकास के लिए प्रमुख ईंजन के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है।



जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश मंे उद्योग को बढ़ावा देने के लिए अपनी निवेश नीति के अंतर्गत लुभावने प्रोत्साहन उपलब्ध करवा रही है तथा प्रदेश को निवेश के लिए और अधिक आकर्षित एवं निवेश-मित्र बना रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए पर्यटन नीति, फिल्म नीति, सूचना प्रौद्योगिकी नीति, आयुष नीति, अफोरडेबल हाउसिंग नीति जैसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावशाली नीतियां बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए प्रभावशाली दृष्टिकोण अपनाया है।



उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के दीर्घकालीन सामाजिक-आर्थिक विकास के उद्देश्य से स्वास्थ्य, गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाने, सस्ती एवं स्वच्छ ऊर्जा, सतत उद्योगिकरण, आर्थिक विकास, सतत शहर एवं गांव जैसे क्षेत्र चिन्हित किए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऊर्जा, पर्यटन एवं आवास जैसे क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने निवेशकों से ‘देवभूमि’ को अपनी ‘कर्मभूमि’ बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश सरकार राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए इन्वेस्टमंेट प्रमोशन अथाॅरिटी स्थापित करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वैट रिजाईम से संबंधित मामलों को सम्बोधित करने के लिए योजना भी स्वीकृत की है।



जय राम ठाकुर ने कहा कि इस दो दिवसीय सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों, कार्पोरेट जगत के नेताओं, वरिष्ठ नीति निर्माता, विकास एजेंसी, राज्य में सामाजिक-आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए विश्वभर से अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शिक्षण संस्थानों के प्रमुखों को एक साथ लाने के लिए एक मंच प्रदान करना है।



उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने इस अवसर पर कहा कि अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश सरकार ने औद्योगिक निवेश नीति-2019 बनाई है तथा इस वर्ष जून माह में इस नीति को लागू किया है। प्रदेश में ईज़ आॅफ डूंईंग बिजनेस को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से डिजिटाईज़ड कर दिया गया है और स्वयं प्रमाणन को भी प्रोत्साहित किया गया है।



भारत में संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत एचई अहमद अल बाना ने कहा कि यूएई ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में प्रदेश का सहयोगी देश है और इस समारोह को मैगा हिट बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों Conclusion:
Last Updated : Nov 8, 2019, 12:33 PM IST
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