धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय द्वारा एसोशिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज, नई दिल्ली की अगुवाई में आयोजित चार दिवसीय अंतर विश्वविद्यालयी क्षेत्रीय पुरुष खो-खो प्रतियोगिता (Inter University Mens Kho Kho Competition) को मुंबई विश्वविद्यालय ने जीत लिया है. प्रतियोगिता के आखिरी दिन बुधवार को फाइनल मैच मुंबई विश्वविद्यालय और सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे के बीच में खेला गया. मुंबई विश्वविद्यालय ने इस मैच में 18-12 की बढ़त बनाते हुए न केवल मैच जीता बल्कि गोल्ड मेडल भी अपने नाम किया. चार दिन चली इस प्रतियोगिता का समापन धर्मशाला के साई स्टेडियम में आयोजित किया गया.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सीयू के कैंपस बनने के लिए काफी समय लग गया, लेकिन अब इसमें देरी न करते हुए देहरा व धर्मशाला दोनों ही स्थानों पर परिसर निर्माण (CM Jairam statement on Central University in Himachal Pradesh ) का कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि कोविड के समय में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने निर्भीकता के साथ पूरे देश में स्थिति को नियंत्रण में रखा. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आह्वान करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के भवन निर्माण का कार्य शीघ्र अति शीघ्र होना चाहिए.
बता दें कि समापन समारोह में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. इसके साथ ही प्रदेश के पूर्व मुख्यमत्री शांता कुमार ने कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाई. वहीं, प्रदेश सरकार में उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर भी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद रहे रहे. स्थानीय विधायक विशाल नेहरिया और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी इस दौरान मौजूद रहे.
समारोह के मुख्य संरक्षक एवं स्वागत अध्यक्ष व हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.पी. बंसल ने अतिथियों को सम्मानित किया. इसके साथ ही अतिथियों ने विश्वविद्यालय के न्यूज लेटर का भी विमोचन भी किया. समापन समारोह के मुख्यातिथि ने विजेता और उपविजेता टीम को बधाई देते हुए मेडल प्रदान कर सम्मानित किया. इस दौरान विजेता रही मुंबई टीम को गोल्ड मेडल व उप विजेता टीम सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे को सिल्वर मेडल प्रदान किया गया. इसके साथ ही शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर व दावणगेरे विश्वविद्यालय ने तीसरे स्थान पर रहते हुए ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस.पी. बंसल ने खिलाड़ियों को संबोधित कहते हुए कहा कि खेलों में जीत से ज्यादा महत्व खेल का हिस्सा बनने का होता है. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा बने खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि खिलाड़ियों से आशा है कि वह इस प्रतियोगिता से अच्छी यादों के साथ रवाना होंगे. इसके साथ ही कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय की टीम को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा कि धर्मशाला जैसे पर्यटन क्षेत्र में खेलों का आयोजन होना खिलाड़ियों के लिए भी लाभदायक है, जिससे वह पर्यावरण के भी नजदीक पहुंचते हैं.
वहीं, खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि खिलाड़ी केवल खेल के लिए खेलता है, जीत या हार के लिए नहीं. उन्होंने कहा कि हारता वही है, जो खेलता नहीं है. उन्होंने इस प्रतियोगिता में आये सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए उन्हें अपना जीवन खेल की भावना से जीने की प्रेरणा दी. 27 मार्च से शुरू हुई इस प्रतियोगिता में 4 जोन की कुल 16 टीमों के बीच में जबरदस्त मुकाबले खेले गये. वहीं, मैच के निर्णायक मंडल में सुखदीप सिंह ने रेफरी, अमरीक सिंह और विजय कुमार ने अंपायर, अनिल शर्मा ने टाइम कीपर तथा सुरेन्द्र सिंह व विमला देवी में स्कोरर की भूमिका निभाई.
मुख्यमंत्री ने राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में डायलिसिस इकाई का किया लोकार्पण: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज डॉ. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में 80 लाख रुपये की लागत से स्थापित डायलिसिस इकाई का लोकार्पण किया. इसके बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि राज्य सरकार ने गरीब और जरूरतमंदों को सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की है और इसके लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री हिमकेयर योजना आरम्भ की है.
सीएम ने कहा कि इस योजना के अन्तर्गत अभी तक लगभग 225 करोड़ रुपये व्यय कर 2.20 लाख रोगियों को निःशुल्क उपचार सुविधा प्रदान की गई है. उन्होंने कहा कि लगभग 100 रोगियों को प्रतिमाह डायलिसिस के लिए चण्डीगढ़ या राज्य से बाहर अन्य संस्थानों में जाना पड़ता था, जिन्हें अब यह सुविधा टांडा में ही उपलब्ध हो सकेगी यह डायलिसिस सुविधा आयुष्मान व हिमकेयर कार्डधारकों के लिए निःशुल्क होगी और गैर कार्डधारकों को इसके लिए 1047 रुपये का भुगतान करना होगा.
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले केवल रेडक्रॉस और मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से ही जरूरतमंद रोगियों को सहायता दी जा रही थी, जबकि अब हिमकेयर योजना शुरू होने के बाद यह योजना रोगियों की सहायता का एक सशक्त साधन बन चुकी है. जयराम ठाकुर ने कहा कि टांडा मेडिकल कॉलेज में शीघ्र ही पैट स्कैन (पीईटी) मशीन और आधुनिक एमआरआई की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी, जिससे कांगड़ा व निकटवर्ती जिलों के लोग लाभान्वित होंगे. उन्होंने कहा कि चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में शीघ्र सीटी स्कैन मशीन भी लगाई जाएगी.
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