धर्मशाला: कर्फ्यू के दौरान जिला प्रशासन की ओर से प्रतिदिन सब्जियों व फलों के दामों की रेट लिस्ट जारी की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद जिला के विभिन्न क्षेत्रों में कृषि मार्केटिंग बोर्ड को सब्जियों व फलों के ज्यादा दाम वसूलने की शिकायतें मिल रही है.
इसको लेकर गुरुवार को कृषि मार्केटिंग बोर्ड के सचिव राज कुमार ने योल में सब्जियों व फलों की दुकानों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान सचिव ने जहां दुकानदारों को ज्यादा दाम न वसूलने की हिदायतें जारी की, वहीं गड़बड़ी पाए जाने पर चालान काटने की भी बात कही. गौरतलब है कि जिला के कई क्षेत्रों में 10 दिन पहले टमाटर सहित अन्य सब्जियों के रेट आसमान छू रहे थे.
जिला प्रशासन के ध्यान में मामला आने के बाद प्रतिदिन रेट लिस्ट जारी की जा रही है. जिससे कि निर्धारित रेट लिस्ट से ज्यादा दाम वसूलने वालों पर कार्रवाई की जा सके. कृषि मार्केटिंग बोर्ड जिला कांगड़ा के सचिव राजकुमार ने कहा कि योल स्थित सब्जी मंडी का औचक निरीक्षण किया. चेकिंग के दौरान लगभग एक जैसे रेट पाए गए हैं. कुछ दुकानों पर 5-7 रुपये का फर्क नजर आया है. एक क्यू फॉर्म होता है, जिसे बिल भी कहा जाता है, जो कि सब्जी मंडी से कटता है.
बिल में सब्जी विक्रेताओं को किराया और मुनाफा डालकर हाइक दी जाती है, जो कि लगभग 10 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से होती है. इससे ज्यादा रेट पर यदि दुकानदार सब्जी बेचता है तो कार्रवाई की जाएगी. मनमाने रेट वसूलने पर 3-4 दुकानदारों पर एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है. उसी का असर है कि अब दुकानदार रेट लिस्ट अनुसार सामान बेच रहे हैं जितनी शिकायतें दस दिन पहले थी, उनमें थोड़ी कमी आई है.
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