धर्मशाला: वूल फेडरेशन के चेयरमैन त्रिलोक कपूर ने प्रेस वार्ता में कहा कि कांग्रेस को याद दिलाना जरूरी है कि वीरभद्र सरकार ने संवैधानिक रूप से 9 मुख्य संसदीय सचिव और निगम वार्डों में 55 से भी ज्यादा चेयरमैन, वाइस चेयरमैन की एक विशाल रेजिमेंट बनाई थी. उस समय आर्थिक बोझ कांग्रेस को क्यों नजर नहीं आया.
त्रिलोक कपूर ने कहा कि नेतृत्व विहीन, दिशाहीन और मुद्दा विहिन कांग्रेस जयराम सरकार के ढाई वर्ष के ईमानदार व प्रगतिशील सुशासन से बेचैन हो उठी है. यहां तक की मुख्य संसदीय व संसदीय सचिव को लेकर न्यायालय को दखल तक देना पड़ा लेकिन जयराम सरकार ने जब कांग्रेस से आधी संख्या तक नियुक्तियां कर भी दी तो फिर हाय तोबा क्यों.
त्रिलोक कपूर ने जेईई व नीट की परीक्षा पर कांग्रेस की राजनीति को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी में भी देश के प्रधानमंत्री ने जेईई, नीट की परीक्षा को आयोजित करने का निर्णय लिया था. उसकी पूरे देश में प्रशंसा हुई है, लेकिन कांग्रेस ने इस निर्णय को भी न्यायालय में ले जाकर विवादित बनाया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने बच्चों के भविष्य को लेकर केंद्र सरकार के निर्णय को उचित करार दिया. 2022 के चुनाव में जनता पूछेगी कि कोरोना काल में कांग्रेस कहां थी.
वहीं, वूल फेडरेशन के चेयरमैन त्रिलोक कपूर ने कहा कि 15 साल का प्लान लेकर आगे बढ़ रही बीजेपी गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश की तरह हिमाचल बीजेपी शासित राज्यों में पूर्ण बहुमत के साथ 15 साल तक जनसेवा वाला राज्य बनेगा. ई विस्तारक योजना के तहत पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ता कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के 17 हलकों में जाएंगे और काम करने में असहज कार्यकर्ताओं की जानकारी ई डिजिटल पर अपलोड करेंगे.
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