धर्मशालाः एबीवीपी ने हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के गैर जिम्मेदाराना अधिकारियों की ओर से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर झूठे केस बनाकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की कड़ी निन्दा की है. एबीवीपी के प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के लिए इससे शर्मनाक विषय और कुछ नहीं हो सकता.
विश्वविद्यालय की घोषणा के 11 वर्षों बाद भी वहां के छात्र अभी तक अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए ही तरस रहे हैं. प्रदेश की चाहे पूर्व की सरकार रही हो या वर्तमान सरकार की बात करें तो दोनों राजनीतिक दलों ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के नाम पर तो जमकर राजनीतिक रोटियां सेंकने का कार्य किया है.
कुलसचिव का व्यवहार छात्रों के लिए शर्मनाक
उन्होंने कहा कि अगर बात सीयू को चलाने वाले अधिकारियों की बात कि जाए तो पिछले कुछ दिनों से विश्वविद्यालय के कुलसचिव का व्यवहार जिस तरह से छात्रों के लिए रहा है ये शिक्षा जगत के लिए बहुत ही शर्मनाक है.
मूलभूत सुविधाओं की मांग
जिस तरह देहरा कैंपस के अंदर पिछले काफी लंबे समय से अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए मांग रख रहे विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने जब शांतिपूर्ण तरीके से वहां पर कुलपति या कुलसचिव को बुलाकर ज्ञापन देना चाहा तो विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने वहां जाने से साफ मना कर दिया. जोकि यह दर्शाता है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को छात्र हितों की कोई भी चिंता नहीं है, वे मात्र खानापूर्ति के लिए ही कुर्सी का उपयोग कर रहे हैं.
विश्वविद्यालय के नाम पर सेंकी राजनीतिक रोटियां
विद्यार्थी परिषद ने प्रदेश सरकार व केंद्रीय राज्य मंत्री के ऊपर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय का बहुत बड़ा दुर्भाग्य है की मात्र राजनीतिक रोटियां ही विश्वविद्यालय के नाम पर नेताओं द्वारा सेंकी जाती है, लेकिन स्थाई परिसर निर्माण की बात हो तो अभी तक एक ईंट तक भी विश्वविद्यालय के परिसर निर्माण को लेकर नहीं लगाई गई है.
पिछले 12 दिनों से परिषद की भूख हड़ताल
उन्होंने कहा कि इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि पिछले 12 दिनों से लगातार विद्यार्थी परिषद केंद्रीय विश्वविद्यालय की मूलभूत सुविधाओं को लेकर धरना प्रदर्शन को लेकर भूख हड़ताल कर रही है, लेकिन अभी तक भी कोई स्थानीय नेता, सांसद, विधायक व मंत्री छात्रों का हाल तक पूछने नहीं आया है. केंद्रीय विश्वविद्यालय में वर्तमान समय में कोई प्रशासनिक अधिकारी कार्यरत है जो छात्रों के प्रति अपनी जवाबदेही सुनिश्चित कर सके.
ABVP आंदोलन को समाधान तक रखेगी जारी
विद्यार्थी परिषद कड़े शब्दों में केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रशासन व प्रदेश सरकार को चेतावनी देती है की विद्यार्थी परिषद केंद्रीय विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों को न्याय दिलवाने, शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने व मूलभूत सुविधाएं प्रदान करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इस लड़ाई को विद्यार्थी परिषद अब निर्णायक लड़ाई के रूप में लड़ेगी व अपने आंदोलन को समाधान तक ले जाने के लिए जारी रखेगी.
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