चंबाः जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से जगह-जगह पर पीएचसी खोल दिए गए हैं, लेकिन वहां पर डॉक्टरों की कमी की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. चंबा जिला के पुखरी की बात करें तो यहां पर पीएचसी खुले हुए काफी समय बीत चुका है, लेकिन यहां पर बहुत कम डॉक्टर देखने को मिलते हैं.
साथ ही पुखरी में स्वास्थ्य सुविधाएं की भी काफी कमी खल रही हैं. आस-पास के बहुत से ग्रामीण क्षेत्र हैं जो इसी पीएचसी पर निर्भर हैं. पिछले कई सालों से ग्रामीण यहां सीएचसी खुलवाने की मांग कर रहे हैं. हालांकि यहां पर स्वास्थ्य विभाग की एक आवासीय कॉलोनी भी बनी हुई है. जहां पर डॉक्टरों के रहने की उचित व्यवस्था की जा सकती हैं.
इसके अलावा आवासी कॉलोनी पिछले कई सालों से बंद पड़ी हुई है, जोकि धीरे-धीरे खंडहरों में तब्दील हो रही है. साथ ही आवासीय कॉलोनी शराब और जुए का अड्डा बनी हुई है. लोगों ने सरकार तक यह बात पहुंचाने की कोशिश की है, उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनके गांव में पीएचसी की जगह सीएचसी खोला जाए, ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल पाए.
स्थानीय लोगों ने बताया कि पुखरी में काफी अरसे से पीएचसी खोला गया है, लेकिन यहां पर आए दिन मरीजों की तादाद बढ़ रही हैं. वहीं, आसपास के गांव भी इसी पीएचसी पर निर्भर करते हैं. जिसके चलते स्वास्थ्य सेवाएं पूरी नहीं हो पा रही हैं. स्थानीय लोगों ने मांग की है कि इस गांव में सीएचसी सेंटर खोला जाए, ताकि लोगों को पूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो पाए.
बता दें कि इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 15 से 20 पंचायतें आती हैं. जिनकी आबादी 25000 से अधिक है. वहीं, सरकार इसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तब्दील करती हैं तो लोगों को चंबा जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
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