डलहौजी/चंबा: प्रदेश सरकार के बस किराये में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी को मंजूरी दिए जाने पर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की महासचिव और डलहौजी विधायक आशा कुमारी ने सरकार पर निशाना साधा है.
विधायक आशा कुमारी ने कहा कि कोरोना संकट के चलते प्रदेश की जनता पहले से ही आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रही है. ऐसे में बसों का किराया बढ़ाने से जनता पर और ज्यादा बोझ डाल दिया गया है.
आशा कुमारी ने कहा कि प्रदेश की जनता पहले से ही लॉकडाउन के कारण कई तरह की समस्याओं से जूझ रही है. कई परिवारों को दो वक्त का भोजन भी नसीब नहीं हो रहा है. ऐसे में सरकार के बस किरायों में 25 फीसदी बढ़ोतरी करना निंदनीय है. कांग्रेस पार्टी इस जन विरोधी फैसले का कड़े शब्दों में विरोध करती है.
विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने पौने तीन साल के कार्यकाल के दौरान ही बसों के किराये में पचास फीसदी की बढ़ोतरी की है, जिससे प्रदेश की जनता पर यह दोहरी मार पड़ी है. एक तो पहले ही कोरोना के कारण लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं. वहीं, उस पर 25 प्रतिशत किराया बढ़ाया जाना न्यायसंगत नहीं है. उन्होंने कहा कि मनरेगा न होने पर प्रदेश के अधिकतर गरीब परिवार सडकों पर आ जाते.
आशा कुमारी ने कहा कि प्रदेश सरकार के कुछ फैसले बिल्कुल तर्कसंगत नहीं है. बसों में सौ प्रतिशत सवारियों को बिठाने की मंजूरी और ढाबे व रेस्टोरेंट में केवल 60 प्रतिशत की अनुमति दी गई है, जबकि बसों में बिना सोशल डिस्टेंसिंग के कई घंटों का सफर करना पड़ता है. वहीं, रेस्टोरेंट में लोगों का ठहराव कुछ ही समय का रहता है. ऐसे में प्रदेश सरकार के ऐसे फैसले अजीबो-गरीब हैं.
विधायक आशा कुमारी ने सीएम जयराम ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि सीएम विपक्ष की सलाह लेने की जरूरत नहीं समझते हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी जनहित के किसी भी मुद्दे पर अपनी भूमिका निभाने में पीछे नहीं हटेगी. कांग्रेस हमेशा सही सलाह देती रही है और देती रहेगी. साथ ही प्रदेश हित के मुद्दों को हमेशा उठाती रहेगी. इसके अलावा विधायक ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार को हिमाचल की जनता के हित में फैसला लेना चाहिए.
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